शिक्षण पध्दति के भेद को बताने के लिए होती है परिचय सभा-डा0 एएन त्रिपाठी –

शिक्षक और छात्रों के बीच के शिक्षण पध्दतियों के भेद को बताने के लिए ही परिचय सभा का आयोजन किया जाता है। जिससे छात्रों और शिक्षकों के बीच शिक्षण परम्परा की शुरूआत होती है। यह बातें स्थानीय सावित्री बाई फूले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संचालित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) सतत अध्ययन केन्द्र के छात्रों की परिचय सभा के दौरान शुक्रवार को इग्नू के रीजनल डायरेक्टर डा0 एएन त्रिपाठी ने कहा। 

         उन्होंने बच्चों की सेंटर संबंधी समस्याओं के सवाल पर कहा कि इस सत्र में कुल 322 छात्रों ने इग्नू में प्रवेश लिया है, जिसको देखते हुए इस बार की परीक्षा इसी सेंटर पर कराये जाने का आश्वासन दिया। कहा कि आप सबकी जो भी समस्याएं है उसे हमें और आपको मिलकर दूर करना होगा, जो कि शिक्षक और छात्र की परंपरा रही है। वहीं पर्यावरण मित्र परशुराम सिंह ने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य से भी जोड़ा और कहा कि आप सभी अधिक से अधिक पेड़-पौधें लगाए, जिससे एक स्वच्छ वातावरण तैयार हो सकें।
अतिथियों का स्वागत इग्नू समन्वय डा0 मिथिलेश कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय की प्राचार्या डा0 संगीता सिंह ने किया। इस दौरान डा0 अशोक प्रियदर्शनी, डा0 संतोष यादव, डा0 शमसेर बहादुर, डा0 प्रियंका पटेल, अनिल कुमार सिंह सहित इग्नू के छात्र-छात्रा उपस्थित रहे। संचालन डा0 रमाकांत गोड़ ने किया। 

Sach ki Dastak

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