COVID-19 पर अपडेट :

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The total number of coronovirus cases in India has crossed 10,363 while the death toll now stands at 324. The effort of our great Prime Minister Modi ji is commendable.

 

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 हजार को पार कर गई है।सोमवार को संक्रमण के 1 हजार224 मामले सामने आए। यह एक दिन में सबसे ज्यादा संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।मेघालय में सोमवार शाम को कोरोनावायरस का पहला संक्रमित मिला। मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा ने कहा- मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे घबराएं नहीं। हम स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। इससे निपटने के लिए हमारी तैयारी पूरी है।

इधर, सोमवार कोमहाराष्ट्र में सबसे ज्यादा352, राजस्थान में 93 औरउत्तरप्रदेश में 75नए केस मिले। वहीं, मध्यप्रदेश में 52, गुजरात में 56, जबकि बिहार में 2और असम में 1मरीज मिला। इनको मिलाकर देश में सोमवार को संक्रमितों की कुल संख्या10 हजार 453 हो गई। ये आंकड़े covid19india.org वेबसाइट और राज्य सरकारों के आंकड़ों के अनुसार हैं।वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिकसोमवार शाम को 5बजे तक देश में9 हजार 352 लोग संक्रमित हैं। इनमें से 8 हजार 48 का इलाज चल रहा है। 979 ठीक हुए हैं और324की मौत हो चुकी है।

 लॉकडाउन बढ़ाया

इधर, बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, महाराष्ट्र,पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, पंजाब,ओडिशाऔर तमिलनाडु नेलॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया। वहीं, केंद्र शासित प्रदेश (यूटी)पुडुचेरी ने भी सोमवार को लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया।इनको मिलाकर देश के आठ राज्यों और एक यूटी में लॉकडाउन बढ़ चुका है।

प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवारसुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि वे इस दौरान लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने शनिवार को मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। बैठक के तुरंत बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन बढ़ाने का सही फैसला ले लिया है।’’

ली जा रही तकनीक की मदद

केंद्र सरकार के मंत्रालयों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोमवार को बताया गया कि कोरोना संकट से निपटने के लिए तकनीक की मदद ली जा रही है। मैनजेमेंट और कंटेनमेंट प्लान और पॉजिटिव केस और एक्टिव केस पर नजर रखने के लिए इसका इस्तेमाल हो रहा है। इंटिग्रेटेड कमांड सेंटर बनाए गए हैं। लोकल मेडिकल स्टोर को तकनीक के माध्यम से जोड़ा गया है। सरकारी, निजी, छोटे और मध्यम स्तर के लैब के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। 27 राज्यों में 78 हजार कर्मचारी काम कर रहे हें। अब तक 50 हजार से ज्यादा वॉलियंटियर्स हमारे साथ जुड़े हें। सरकार ने कहा कि हम चाहते हैं कि जीवन रुके नहीं और जीवन बचाने का काम भी हो।

देश में महामारी कोविड 19 से निपटने के सामूहिक प्रयासों के जरिए भारत सरकार राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों के साथ मिलकर कोविड 19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए अनेक कदम उठा रही है। इन कदमों की उच्‍च स्तर पर नियमित रूप से समीक्षा और निगरानी की जा रही है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ• हर्ष वर्धन ने सीएसआईआर के डीजी और सीएसआईआर की 38 प्रयोगशालाओं के निदेशकों की उपस्थिति में सीएसआईआर (वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद) द्वारा कोविड-19 पर किए जा रहे शोध से संबंधित प्रयासों की समीक्षा की।

सीएसआईआर की प्रयोगशालाएं निजी क्षेत्र के बड़े उद्योगों, पीएसयू, एमएसएमई, विभागों और मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रही हैं और पांच क्षेत्रों की पहचान की गई है :

○ डिजिटल और आणविक निगरानी,

○ त्वरित और किफायती निदान,

○ नई दवाएं/ दवाओं का उद्देश्य पुनः तय करना और संबंधित उत्पादन प्रक्रियाएं,

○ अस्पताल के लिए सहायक डिवाइस और पीपीई; और,

○ आपूर्ति श्रृंखला और लॉजिस्टिक समर्थन प्रणाली।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय कोविड 19 के लिए जिला प्रशासन के स्तर पर समयबद्ध प्रतिक्रिया के लिए सभी स्तरों पर आधुनिक तकनीक का उपयोग कर रहा है। मामलों की निगरानी, मामलों का प्रबंधन और रोकथाम योजनाओं का कार्यान्वयन भी तकनीक के माध्यम से किया जा रहा है। पॉजिटिव सत्यापित मामलों की जीआईएस मैपिंग, सक्रिय हस्तक्षेप वाले क्षेत्रों की पहचान, हीट मैपिंक और प्रीडिक्टिव डाटा विश्लेषण को रोकथाम योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए उपयोग किया जा रहा है। बंगलुरू वार रूम द्वारा ऐसी तकनीक का उपयोग बेहत प्रभावी रूप से किया गया है।

फील्ड स्क्रीनिंग, एम्बुलैंस उपलब्ध कराने और क्वारंटाइन प्रबंधन में सहायता देने के लिए एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र द्वारा त्वरित प्रतिक्रिया दल (आरआरटी) के साथ समन्वय के साथ काम किया जा रहा है। कुछ जिलों ने भी दूरस्थ डिजिटल चिकित्सा परामर्श की शुरुआत कर दी है, जो स्थानीय मेडिकल स्टोर्स को जोड़ता है।

कार्ययोजना के कार्यान्वयन के 15 राज्यों के 25 जिलों में सराहनीय परिणाम हासिल हुए हैं, जहां पहले मामले सामने आए थे। इन जिलों में पिछले 14 दिन में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और भविष्य में कोई मामला सामने नहीं आए, यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार निगरानी की जा रही है। इन जिलों में गोंदिया (महाराष्ट्र), राजनांदगांव (छत्तीसगढ़), दावनगिरी, कोडागू, तुमकुर, उडुपी (कर्नाटक), दक्षिण गोवा (गोवा), वायनाड और कोट्टायम (केरल), पश्चिम इम्फाल (मणिपुर), राजौरी (जम्मू कश्मीर), आइजोल पश्चिम (मिजोरम), माहे (पुडुचेरी), एसबीएस नगर (पंजाब), पटना, नालंदा और मुंगेर (बिहार), प्रतापगढ़ (राजस्थान), पानीपत, रोहतक, सिरसा (हरियाणा), पौढ़ी गढ़वाल (उत्तराखंड), भद्रदारी कोठगुदेम (तेलंगाना) शामिल हैं।

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के अंतर्गत कोविड 19 के चलते लागू लॉकडाउन के असर से सुरक्षा देने के लिए 10 अप्रैल तक 30 करोड़ से ज्यादा लोगों को 28,256 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मिल चुकी है। इसका विवरण इस प्रकार है :

○ प्रधानमंत्री जन धन योजना की 19.86 करोड़ महिला खाताधारकों को 9,930 करोड़ रुपये की धनराशि मिल चुकी है

○ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के अंतर्गत 6.93 करोड़ किसानों को 13,855 करोड़ रुपये की धनराशि मिल चुकी है

○ 2.82 करोड़ विधवाओं, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग लोगों को 1,405 करोड़ रुपये की धनराशि हासिल हो चुकी है

○ 2.16 करोड़ इमारत और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में लगे कामगारों को 3,066 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है

नागरिकों को कोरोना वायरस के संक्रमण के जोखिम के आकलन में सक्षम बनाने के लिए शुरू किया गया मोबाइल एप्लीकेशन ‘आरोग्य सेतु’ 11 भाषाओं में डिजाइन किया गया है और इसे अभी तक 3.5 करोड़ डाउनलोड हासिल हो चुके हैं। इसकी विभिन्न विशेषताओं में ब्लूटूथ तकनीक, एल्गोरिदम और आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अग्रणी तकनीक के इस्तेमाल के द्वारा जोखिम आकलन, संपर्क निगरानी आदि शामिल हैं, जिससे उपयोगकर्ता के आसपास कोविड के जोखिम का आकलन किया जाता है।

27 राज्यों में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) के अंतर्गत 78,373 एसएचजी सदस्यों द्वारा 1.96 करोड़ मास्क बनाए जा चुके हैं। राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के स्वयंसेवक कैडेट ‘एक्सरसाइज एनसीसी योगदान’ के अंतर्गत नागरिक प्रशासन को सहायता कर रहे हैं। कोविड 19 के खिलाफ लड़ाई में 50 हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों ने अपना योगदान दिया है।

कल से अब तक 796 मामलों की बढ़ोतरी के साथ देश में कोविड-19 के सत्यापित मामलों की कुल संख्या 9,152 हो चुकी है। सुधार को देखते हुए अभी तक कुल 857 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है और कुल 308 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

कोविड 19 से संबंधित तकनीकी मामलों के बारे में सभी प्रकार की विश्‍वसनीय और अद्यतन जानकारी, दिशानिर्देशों एवं परामर्शों के लिए कृपया नियमित रूप से : https://www.mohfw.gov.in/ देखें।

कोविड-19 से संबंधित तकनीकी सवालों को technicalquery.covid19@gov.in और अन्‍य सवालों को ncov2019@gov.in पर ई-मेल के माध्‍यम से भेजा जा सकता है।

कोविड-19 के बारे में किसी भी प्रश्न के बारे में कृपया स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय को हेल्‍पलाइन नम्‍बर : +91-11-23978046 या 1075 (टोल फ्री) पर सम्‍पर्क करें। राज्‍यों/संघशासित प्रदेशों के हैल्‍पलाइन नम्‍बरों की सूची https://www.mohfw.gov.in/pdf/coronvavirushelplinenumber.pdf पर भी उपलब्‍ध है।

Sach ki Dastak

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