खाकी वर्दी ने मजदूरों के लिए दिखाई दरियादिली
सच की दस्तक डिजिटल डेस्क चन्दौली
एक तरफ जहां पूरा विश्व कोरोना जैसे महामारी से जूझ रहा है तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी द्वारा पूरे भारतवर्ष को लाख डाउन कर दिया गया है । लेकिन अफसोस की बात यह है कि लाखों-करोड़ों में खेलने वाले लोग इस महामारी के समय भी खेलने से नहीं चूक रहे हैं । जो ऐसा ही एक मामला बलुआ थाना क्षेत्र में शुक्रवार की देश शाम लगभग 8:00 बजे देखने को मिला है। डेहरी आन सोन के 10 युवा भटकते हुए चहनिया चौराहे पर आ गए अौर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उन सभी ने अपनी आपबीती पुलिस को बताई कि हम लोग नेशनल हाईवे रोड कैथी वाराणसी में बन रही है उससे काम करते थे ठेकेदार द्वारा हम लोगों को पांच ₹500 देकर कहा है कि अब तुम लोग चले जाओ मेरे यहां भोजन पानी की कोई व्यवस्था नहीं है जिस पर हम लोग साधन के अभाव में पैदल ही चल दिए चलते चलते रात हो गयी। इतने में ही थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह आ गए । उनसे सभी युवाओं ने अपनी व्यथा रो-रो कर के सुनाइए जिस पर उन्होंने थाने से भोजन का पैकेट मंगवाया और उन्हें वितरण करने लगा है। इसी दौरान बलिया में रेलवे लाइन पर काम करने वाले लगभग 30 मजदूर अलग-अलग टोलियां में आ गए ऐसा देख उन्हें भी पुलिस ने रोक दिया उनसे भी कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि रेलवे के ठेकेदार ने कहा कि अभी मेरे यहां काम बंद है जब काम चालू होगा तो आना मजदूरों ने बताया कि हम लोग हम लोगों को प्रतिदिन के हिसाब से ₹260 मिलते हैं हम लोग 5 दिन काम किए थे लेकिन ठेकेदार द्वारा ₹500 देकर के हम लोग को छोड़ दिया और कहा कि मेरे यहां भोजन पानी की व्यवस्था नहीं है तुम लोग अपनी व्यवस्था स्वयं करो । जब तक हम लोगों के पास पैसे थे हम लोग भोजन करते रहे ₹500 कितने दिन चलेंगे और हम लोग लाचार होकरके बलिया से पैदल ही चल दिए जो यहां तक आ पहुंचे व्यथा सुनकर संजय कुमार सिंह ने उन्हें भी डेटॉल साबुन से हाथ धुलवाए और लंच का पैकेट उन्हें दिया जैसे ही लंच का पैकेट उन्होंने खाया तो उनके चेहरे पर मुस्कान लौट आई । सबसे दुखद बात यह है कि विश्वव्यापी महामारी में जहां स्वयंसेवी संस्थाएं सरकारी सेवाएं जनप्रतिनिधियों द्वारा दी अपने अपने तरीके से लोगों को सुविधाएं दी जा रही हैं ऐसे में ठेकेदारों द्वारा इतनी बड़ी मानवता को शर्मसार कर इन्हें क्यों छोड़ दिया गया क्या कार्रवाई नहीं होगी । करवाई नहीं करनी चाहिएं ऐसे यक्ष प्रश्न लोगों के दिमाग में उमड़ घुमड़ रहे हैं वास्तव में ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ सरकार को कठोर से कठोर कार्रवाई करने की आवश्यकता है इस विपत्ति के दौर में इन मजदूरों को जहां सारे साधन बंद हैं उन्हें छोड़ दिया जा रहा है उनके जीवन के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ क्यों।
बलुआ पुलिस ने गरीबो व असहायों के लिए अन्नपूर्णा योगदान की शुरुआत की है । कोरोना वायरस को लेकर जरूरत मन्दो को भोजन बनाकर बांटने की योजना शुरू करायी ।
कोरोना वायरस को लेकर लोग परेशान है । लॉकडाउन को लेकर चौथे दिन भी घरो में रहे भोजन के लिए परेशान है । इस तरह की शिकायत बलुआ थानाध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस -पब्लिक अन्नपूर्णा बैंक योजना की शुरुआत किया । चहनियां स्थित शिव मंदिर पर भोजन बनाकर घरो में रह रहे गरीब ,असहाय,मजदूर ,सफर से लौट रहे आदि लोगो को पैक कराकर प्रतिदिन भोजन उनके घर घर पहुचाया जायेगा । इस संदर्भ में बलुआ थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि भोजन बनवाकर यही ग्रामीणों की मदद से पैक भोजन को जो लोग बाहर से भूखे प्यासे आ रहे है उन्हें यही मंदिर पर उचित दूरी बनाकर भोजन करवाया जायेगा । आज क्षेत्र में गरीबो की लिस्ट बनवाया जा रहा है । जिन लोगो के घरों में अनाज नही है या फिर किसी कारण से फंसे है वे लोग 112 व 9454403180 पर फोन करके हमे बताये । भोजन पहुच जायेगा ।