रेत की राजनीति: एसडीएम और एसडी ओपी के बीच तनातनी

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पन्ना।

रेत की राजनीति में एसडीएम अजयगढ़ आयुषी जैन और एसडीओपी इसरार मंसूरी के बीच तनातनी शुरू हो गई है। एसडीएम आयुषी जैन ने एसडीओपी पर समय रहते बैकअप ना देने और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है। इधर एसडीओपी का दावा है कि उन्होंने मांगी गई सभी मदद उपलब्ध कराई हैं।

मामला जनपद अध्यक्ष भरत मिलन पांडे के रेत के डंपर का है। जो सीएम कमलनाथ के आशीर्वाद प्राप्त कांग्रेस नेता बताए जाते हैं। एसडीएम आयुषी ने कलेक्टर तथा एसपी पन्ना सहित राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है। इस मामले में राज्य प्रशासनिक संघ ने भी आपत्ति जताई है।

एसडीएम आयुषी ने अपने पत्र में एसडीओपी इसरार मंसूरी द्वारा अमर्यादित बर्ताव करने, टीआई डीएस परमार द्वारा कार्रवाई में सहयोग न करने का भी आरोप लगाया है।

पत्र में उल्लेख है कि रेत से भरे डंपर को पकड़ने पर डंपर चालक ने उन्हें कुचलने का प्रयास किया, इसके बाद जनपद अध्यक्ष भरत मिलन पांडेय ने उनके साथ अभद्रता की और डंपर छीन कर ले गया।

सूचना देने के बावजूद एसडीओपी इसरार मंसूरी देर से बाइक पर सवार होकर आए, जब उनसे देर से आने के बारे में कहा तो वह बहस करने लगे। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि 16 मई की सुबह 11 बजे की घटना में शाम 5 बजे मीडिया के दबाव में आकर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। उन्होंने एसडीओपी मंसूरी को तत्काल हटाए जाने और उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

एसडीओपी बोले- एसडीएम द्वारा लगाए आरोप गलत
उधर, एसपी पन्ना मयंक अवस्थी का कहना है कि एसडीएम की शिकायत उन्हें मिली है। वह इसकी जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।

वहीं, एसडीओपी इसरार मंसूरी का कहना है कि एसडीएम द्वारा की जाने वाली कार्रवाई में जब भी पुलिस का सहयोग चाहा गया, उन्हें सहयोग किया गया। 16 मई को हुई घटना की सूचना मिलते ही वे और थाना प्रभारी मौके पर पहुंच गए थे। पूर्व में एसडीएम द्वारा दिए गए पत्र पर जांच करते हुए प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है।

एसडीएम द्वारा लगाया सहयोग नहीं किए जाने का आरोप लगाना गलत है।

Sach ki Dastak

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