कांवड़ियों पर फेंके गये मांस के टुकड़े कांवड़ हुईं खण्डित

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के खग्गूसराय में काँवड़ियों के साथ बदसलूकी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरिद्वार से लौट रहे काँवड़ यात्रियों पर संभल में छतों से थूका गया, उनपर पत्थर फेंके गए, साथ ही उनका रास्ता तक रोक दिया गया। जब काँवड़ियों ने इसका विरोध किया, तो बवाल शुरू हो गया। पुलिस मौजूद होने के बाद भी यह हंगामा हुआ और दो पक्षों में झड़प भी हुई। काँवड़ियों का कहना है कि समुदाय विशेष के लोगों ने उनकी काँवड़ को खंडित कर दिया। बता दें कि विशेष रूप से, कांवर यात्रा के दौरान, तीर्थयात्री गंगा नदी से पानी लेने के लिए हरिद्वार और अन्य पवित्र स्थानों की यात्रा करते हैं और फिर भगवान शिव को एकत्र किए गए पानी को चढ़ाने के लिए 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक पर जाते हैं।

समुदाय विशेष के लोगों के इस रवैए से नाराज़ होकर काँवड़िए प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं पुलिस के उच्च अधिकारी उन्हें समझाने में लगे हैं। काँवड़िए बता रहे हैं कि वो लोग लौट रहे थे, तो छतों से उनपर पत्थर फेंके गए। उन लोगों के अनुसार, उन्होंने अपने ऊपर हुए पथराव की वीडियो भी बनाई है। भाजपा नेता राजेश सिंघल ने इस मामले पर कहा है कि, ‘कुछ अज्ञात सांप्रदायिक तत्वों द्वारा संभल के माहौल को बिगाड़ने के इरादे से काँवड़ के लोगों को रोका गया और उन पर पत्थरबाज़ी की गई।’

सिंघल ने कहा कि जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली, तो वह भी मौके पर पहुँचे और काँवड़ियों को समझाने की कोशिश की। इसके बाद सभी काँवड़ियों को उनके गाँव तक प्रशासन द्वारा पहुँचाया गया। सिंघल ने आगे कहा कि काँवड़ियों ने आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है और वह भी चाहते हैं कि प्रशासन उन लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जिन्होंने इस माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया है। संभल SP चक्रेश मिश्रा ने इस मामले में कहा कि काँवड़ियों ने आरोप लगाया है कि छत पर से किसी ने उनपर पानी फेंका या थूका है। चूँकि उस वक़्त पुलिस मौके पर तैनात थी, तो सबको समझाकर आगे बढ़ाया गया। किन्तु, उनकी शिकायत पर IPC की धारा 153 ए, 295, 336 में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

मुस्लिम बहुल इलाकों में कांवड़ियों से बदसलूकी:-

बता दें कि, संभाल में कांवड़ियों के साथ दुर्व्यवहार की यह पहली घटना नहीं है, जब से सावन का पवित्र माह शुरू हुआ है और शिवभक्त कांवड़ लेकर सड़कों पर निकले हैं, तब से इस तरह की कुछ और घटनाएं भी देखने को मिली हैं। गौर करने वाली बात ये भी है कि अधिकाँश घटनाएं मुस्लिम बहुल इलाकों में हुई हैं।

मेरठ में भी मुस्लिम समुदाय के युवकों द्वारा काँवड़ियों पर थूकने का मामला सामने आया था। मुरादाबाद के इब्राहिमपुर गाँव में भी मुस्लिम महिलाओं ने काँवड़ियों के रास्ते में चारपाई लगाकर मार्ग बंद कर दिया था।

19 जुलाई को दिल्ली के सीलमपुर में कांवड़ यात्रा पर किसी ने मांस का टुकड़ा फेंक दिया. घटना शाम के वक्त हुई, जिसके बाद कांवड़ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं ने एक घंटे तक सड़क जाम कर दिया. दिल्ली पहुंचने के लिए सात दिनों से अधिक समय तक पैदल चलकर आए इन कांवरों का अन्य स्थानों पर फूलों से स्वागत किया गया, दिल्ली में उन्हें मांस फेंकने वाले लोगों का सामना करना पड़ा।

, तीर्थयात्रियों ने कहा कि उन्हें मांस के टुकड़े के बारे में तब पता चला जब एक तीर्थयात्री दूसरे तीर्थयात्री के कंधों पर कंवर ले जा रहा था। उन्हें नहीं पता था कि यह कब हो गया, लेकिन इस घटना ने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया।

Sach ki Dastak

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