आजाद था आजाद ही रहा…


राष्ट्र धर्म के पालन में
जीवन जिसने वार दिया
मातृभूमि की रक्षा में
जीवन का बलिदान किया
भारत भूमि का गौरव था,
अमर राष्ट्र का नायक था
आजादी का वो मतवाला
वो शेखर आजाद था
आजादी से जीने वाला
अंतिम तक आजाद रहा हा
भाबरा से इलाहाबाद तक
आजाद था आजाद रहा
स्वाभिमान से जीने वाला
वो शेखर आजाद था
अंग्रेजों से डरा नहीं
आजाद था आजाद रहा
याद रखेगा वतन हमारा
शेखर की गौरव गाथा
गर्वित मन से करे नमन हम
आजादी के नायक को
-सोमेश ईरेश उपाध्याय
बागली जिला देवास (मध्य प्रदेश)