इंग्लैंड में टीम इंडिया के प्रदर्शन पर माननीयों के बयान-

इंग्लैंड दौरे पर मौजूद भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है। टी-20 सीरीज जीतने के बाद टीम इंडिया पहले वनडे और फिर बाद में टेस्ट सीरीज भी हार चुकी है। 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम इंडिया 1-3 से पीछे है। इस बीच प्रशासकों की समिति (CoA) के अध्यक्ष विनोद राय ने अभी टीम के प्रदर्शन पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। हालांकि उन्होंने समीक्षा करने की बात कही है।

न्यूज एजेंसी ANI ने जब इंग्लैंड सीरीज में टीम के प्रदर्शन पर उनसे सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ भी वादा नहीं कर रहा हूं, लेकिन समीक्षा होती है, एक बार टीम मैनेजर अपनी रिपोर्ट समिट कर दें तो हम उसे दखेंगे।’ इसमें दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने पहली पारी में 6 विकेट के नुकसान पर 174 रन बना लिए हैं।पहले दिन भारत की तरफ से विराट कोहली ने 49 और केएल राहुल 37 रन बनाकर आउट हुए। इंग्लैंड की तरफ से पहली पारी में भारत के खिलाफ पहली पारी में कुक, मोइन अली और जोस बटलर ने शानदार अर्धशतक लगाए। मैच की पहली पारी में भारतीय ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन सिर्फ तीन रन बनाकर स्टुअर्ट ब्रॉड का शिकार बने। सिर्फ तीन रन के स्कोर पर ब्रॉड ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट किया। अपना पहला टेस्ट खेल रहे भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी 25 रन बनाकर नाबाद रहे। इससे पहले इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पहली पारी में 332 रन बनाए। लोकेश राहुल पिछली गलतियों से सीखकर काफी संभलकर बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन सैम कुर्रन की गेंद पर वो गलत लाइन पर खेल गए और क्लीन बोल्ड हो गए। राहुल ने 53 गेंदों का सामना करते हुए 37 रन बनाए। अच्छी बल्लेबाजी कर रहे पुजारा का ध्यान भटका और वो एंडरसन की बाहर जाती गेंद को छेड़ बैठे। नतीजा विकेट के पीछे खड़े बेयरस्टो ने पुजारा का कैच लपक लिया। पुजारा ने 101 गेंदों का सामना करते हुए 37 रन बनाए। इसके बाद एंडरसन ने रहाणे को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया।भारत को सबसे बड़ा झटका बेन स्टोक्स ने दिया, स्टोक्स ने विराट कोहली को स्लिप में जो रूट के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद स्टोक्स ने रिषभ पंत को भी कुक के हाथों कैच आउट करवा भारत को छठा झटका दिया।भारत को पहली सफलता रवींद्र जडेजा ने दिलाई, जडेजा ने 23 रन के स्कोर पर कीटन जेनिंग्स को राहुल के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद अपना आखिरी टेस्ट खेल रहे कुक 71 रन बनाने के बाद बुमराह के शिकार बने। बुमराह ने कुक क्लीन बोल्ड कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। बुमराह ने इसके 3 गेंद बाद ही जो रूट को एलबीडबल्यू आउट कर दिया। इसके बाद जॉनी बेयरस्टो भी केवल 4 गेंद ही खेल पाए और बिना खाता खोले इशांत का शिकार बन गए। इशांत ने बेयरस्टो को पंत के हाथों कैच आउट करवाया। बेन स्टोक्स को जडेजा ने अपना दूसरा शिकार बनाया और भारत को पांचवीं सफलता दिलाई। 40 गेंदों का सामना कर 11 रन बनाने वाले स्टोक्स को जडेजा ने LBW आउट किया। इशांत ने भारत को छठी सफलता मोइन अली को आउट कर दिखाई। इशांत ने अली को 50 रन के स्कोर पर पंत के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद सैम कुर्रन भी 2 गेंद से ज्यादा नहीं खेल पाए और इशांत की गेंद पर पंत को कैच देकर पवेलियन लौट गए। दूसरे दिन बुमराह ने आदिल राशिद को एलबीडबल्यू आउट कर भारत को 8वीं सफलता दिलाई। रवींद्र जडेजा ने भारत को 9वीं सफलता दिलाई। जडेजा ने ब्रॉड को केएल राहुल के हाथों कैच आउट करवाया। भारत को आखिरी सफलता जडेजा ने दिलाई। जडेजा ने 133 गेंदों पर 89 रन बनाने वाले जोस बटलर को रहाणे के हाथों कैच आउट करवा दिया। भारत की तरफ से पहली पारी में सबसे सफल गेंदबाज रवींद्र जडेजा रहे जिन्होंने चार विकेट लिए वहीं भारतीय तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा ने तीन-तीन विकेट लिए। लेकिन टेस्ट मैचों में टीम इंडिया का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा और वो पहले दोनों टेस्ट हार गई। हालांकि तीसरे टेस्ट मे वापसी करते हुए उसने जीत दर्ज की, लेकिन चौथे टेस्ट में फिर से उसे हार का सामना करना पड़ा और इस तरह टीम इंडिया सीरीज हार गई।इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम को भले ही सीरीज में हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन तेज गेंदबाजों ने जैसा प्रदर्शन इस दौरे पर किया है उसकी आने वाले कई सालों तक मिसाल दी जाएगी। भारतीय गेंदबाजों ने सीरीज के पहले चार टेस्ट मैच में 6 बार ऑल आउट किया। लॉर्ड्स में वो केवल 7 विकेट हासिल कर सके। टीम के इस प्रदर्शन में भारतीय पेस बैटरी ने अहम योगदान रहा। पांचवें और आखिरी टेस्ट की पहली पारी में आदिल राशिद का विकेट हासिल करते ही तेज गेंदबाजों ने 38 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ डाला।
हालांकि टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि ये पिछले 15-20 सालों की बेस्ट भारतीय टीम है। रवि शास्त्री ने कहा कि मैंने पिछले 15-20 साल में इतने कम समय के अंदर ऐसा प्रदर्शन किसी टीम का नहीं देखा है। जबकि उन सीरीज में कई महान खिलाड़ी ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। यानी जरूरी है, बस मानसिक रूप से और मजबूत होने की जरूरत है।

Sach ki Dastak

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