प्रेस संस्थानों के मनमाना रवैया के खिलाफ पत्र विक्रेता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर


प्रेस के तीन संस्थानो(दैनिक जागरण ,अमर उजाला, हिंदुस्तान)के द्वारा तानाशाही रवैया अपनाने के विरोध मे समाचार पत्र वितरको ने शुक्रवार से अनिष्चित कालीन हड़ताल पर चले गये है।इस सम्बंध में वितरको की एक बैठक भारतीय समाचार पत्र विक्रता संघ के प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र शर्मा की अध्यक्षता मे सम्प्पन हुई। बैठक मे वक्ताओं ने कहा कि प्रेस संस्थानों द्वारा जारी किये गये नये आदेश के अलावा अन्य औऱ शर्ते को भी मानने के लिए तैयार है ।
परन्तु प्रेस संस्थानों को वितरकों की एक मांग 50%(फिफ्टी परसेंट)कमीशन कर दे। अगर प्रेस संथान वितरकों की एक मांग नही मानते है तो वितरक भी संस्थानों द्वारा जारी नये नियमो के मानने के लिऐ तैयार नही होगें। इसके विरोध मे हड़ताल अनिष्चित कालीन जारी रहेगा। उनका कहना है कि शरीर का कोई ठीक नहीं कब बीमार हो जाए या किसी अन्य काम के कारण यदि पेपर बांटने में असमर्थ रहे तो उसका दंड नहीं मिलना चाहिए यह कहीं का प्रावधान नहीं है।
बैठक में मुख्य रूप से मु .कयूम अंसारी, विजय जायसवाल, जवाहरलाल, राजेश सिंह, सरूफ़ हाशमी, संजय सिंह, अमित कुमार शर्मा, बच्चन राम, छोटू कुशवाहा,कमलेश विश्कर्मा ,सरदार गौतम,रिंकू भारती, सुभाष,जय प्रकाश,उमाशकर,बाड़ू राम,त्रिपुरारी यादव,सुनील नेता,अमरनाथ,मदन यादव आदि लोग भारी संख्या मे उपस्थित थे।