सच की दस्तक पर आतंकी वलीउल्लाह की फांसी पढ़कर, बौखलाया कलीम खान, दी पत्रकार और मोदी को गाली

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यह दौर सोसलमीडिया का है और यहां मान अपमान की एक पल की गारंटी वारंटी नहीं है पर जब मान विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र महान भारतवर्ष के महान प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का हो जोकि अब ग्लोबल लीडर हैं, तो यह असहनीय साबित होता है। वैसे भी मीडिया को दल्ला दल्ली कहना, अपमान करना आम बात हो चुकी है, इसपर कभी रोक लगेगी भी कि नहीं कुछ कहा नहीं जा सकता।

भारत के प्रधानमंत्री को गाली देना अपराध, यह हैं कानून 

Section 66A (IT act 2008) : सोशल मीडिया के लिए

पीएम मोदी, कानून या संसद के डीफेमेशन के नाम पर जो सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां हुई हैं वो इसी सेक्शन के अंतरगत हुई हैं. कारण? ये सोशल मीडिया के लिए बनाया गया एक्ट है जिसके कारण लिखी गई बात बहुत से लोगों तक पहुंच जाती है. इसे असीम त्रिवेदी की गिरफ्तारी से बहुत ज्यादा लोकप्रियता मिली थी. संसद के विवादित कार्टून फेसबुक और अपनी वेबसाइट पर शेयर करने के मामले में असीम त्रिवेदी को गिरफ्तार किया गया था. मेरठ के एक जर्नलिस्ट को वॉट्सएप पर पीएम मोदी का अपमानजनक वीडियो शेयर करने के लिए गिरफ्तार किया गया था.वकील अपार गुप्ता का कहना है कि ये सेक्शन 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने स्क्रैप कर दिया था, लेकिन अभी भी कई जगह इसका इस्तेमाल होता है. इसे पुलिस की लापरवाही कहें या फिर जानकारी की कमी पर ऐसा होता जरूर है.इस सेक्शन के तहत अनेक केस ऐसे हुए हैं जिसमें पीएम मोदी से जुड़े किसी कमेंट पर किसी पोस्ट पर लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है या फिर समाज का विरोध झेलना पड़ा है.इन सभी धाराओं में से किसी के तहत भी चार्ज लगाया जा सकता है उन लोगों पर जो पीएम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करेगें,फेसबुक पर ट्वीट करेगें या बेमतलब बोलेगें।

मामला

जब हमने पत्रिका का कवर पोस्ट किया जिसपर वाराणसी सीरियल ब्लास्ट कांड के आतंकी वलीउल्लाह की फोटो देखकर यह कलीम खान भड़कर गया था। इसने अपनी चिढ़  सच की दस्तक की न्यूज एडीटर आकांक्षा सक्सेना  को गाली देते हुए कहा कि अबे! नफरती बीजेपी की दल्ली क्या एकतरफ़ा बात कर रही है। मुसलमान मरने से नहीं डरता दूसरे की इज्जत भी करता है, आंख दिखाये तो आंख निकाल लेगें, तुम्हारी तरह खिचड़ी नहीं पकाते। हम तो काम धंधे वाले हैं इंडिया को आमदनी हमारे वजह से है।

देकर पूरी की, उसने कहा मोदी तो… तिया हैं। मनमोहन सिंह अच्छे थे।

इस अभद्र भाषा बोलने वाले व्यक्ति की फेसबुक का लिंक यह है। 👇👇👇

https://www.facebook.com/profile.php?id=100036398581005

यह व्यक्ति कानपुर दंगे का अरब में दिखाने का वीडियो शेयर करता है । कट्टरता दिखाकर देश के प्रधानमंत्री जी को अपशब्द बोलता है। भारत की मीडिया को दल्ली कहकर अपमानित करता है।

सच की दस्तक में साफ लिखा गया कि कतर में हिंदूओं को अंतिम संस्कार की आजादी नहीं थी पर पिछले 70 सालों में जो न हो सका वो मोदी सरकार ने किया, उपराष्ट्रपति जी ने हिन्दूओं के अंतिम संस्कार के लिए जमीन की पहल की.. इस पर कलीम खान भड़क गया और उसने मोदी जी को गाली देकर मनमोहन सिंह को बेस्ट पीएम लिखा।

 

जब न्यूज पोस्ट की गयी कि कतर में हिंदूओं को अंतिम संस्कार की आजादी नहीं है, उपराष्ट्रपति ने पहल की तो इस कलीम खान ने कहा कि कतर में गंगा रिवर किधर है कहकर हिन्दूओं का मजाक बनाया। इसपर आकांक्षा ने जवाब दिया कि गंगा माता के किनारे जमीन पर दाह संस्कार होता है… कतर में गंगा नहीं तो क्या जमीन भी नहीं देगें हिन्दुओं को.. अब भारत सरकार ने मांग रखी है। वैसे कलीम खान तुम कानपुर दंगे के वीडियो अरब मीडिया न्यूज यह शेयर करके खुश हो रहे हो कभी यहां की अच्छाई भी अरब कतर भेज दिया करो।

कलीम खान ने आगें लिखा कि हम मोदी… तिया को पीएम नहीं मानते, मनमोहन सिंह बेस्ट पीएम बोला वह।


Sach ki Dastak

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