देशभक्ति – अभिनंदन का अभिनंदन हैं ✍️संध्या चतुर्वेदी
अभिनंदन का अभिनंदन हैं। दुश्मन के बल का मर्दन है। छिपा सका कब कोई भला दिनकर के अखंड तेज को।।...
अभिनंदन का अभिनंदन हैं। दुश्मन के बल का मर्दन है। छिपा सका कब कोई भला दिनकर के अखंड तेज को।।...
अभिनंदन यह भारत माँ के वीर बेटे सिर ऊंचा करके जीते है । यह सबकी आंखों के तारें शत्रुओं को...
मिराज का कमाल मिराज ने दिखाया कमाल आंतकियों का बन काल । पुलवामा का लिया बदला मिराज ने बन के...
खून से सनी आज फिर कश्मीर घाटी । दुखी हैं शहीदों के शव देखकर माटी ।। स्तब्ध हैं ,बेचैन है...
घाटी नर्क बनाकर ---------------------- घाटी नर्क बनाकर दिल्ली बैठी पहन चूडियाँ किन्नर रोना रोती है। सिंहों के जिस्म कुत्ते नोच-नोच...
उठो वीर जवानों उठो देश के वीर जवानों अब तुम्हारी बारी है मर मिट कर नहीं,मर मिटा कर जंग जीतने...
ना कोई शायरी और ना कोई नज्म लिखेंगे। डूबा है दिल दर्द में मेरा , माँ आज तेरा सम्मान लिखेंगे।।...
मन मे ज्वाला धधक रही है, हर एक मन आज ये बोला है। आमने - सामने की लड़ाई करो कायरो,क्यों...
सुन! पाकिस्तान, भारत मां ने कर दिया ऐलान, व्यर्थ नहीं जाने देंगे, अपने वीर सपूतों का यह बलिदान! इस बार...
याद आते हैं मुझको उसके वो गोरे गोरे गाल, तिरछी आंखे उसकी और वो भूरे - भूरे बाल,,अदा भी क्या...
सुनो! तुम्हे गुलाब पसंद है ना और मुझे तुम पसंद हो। तुम्हारी खुशबू , तुम्हारा अहसास मुझे गुलाब से ज्यादा...
तो तेरी हर मुश्किल आसान है ________________________ अनन्त तेरी बुद्धिमता, और अनन्त तेरा ज्ञान है। अगर दृढ़ संकल्प भी, धारण...
शब्द खुद गवाही देंगे ........................ अंतर्मन की आशाएं ,दिल के सारे सपने। होंगे क्या पूरे,उम्मीद बनाये रखना।। दवात जो भरी...
मेरी एै परदेश के चाँद ________________________ बहुत उदास होगी इस महिने मेरी गुलमुहर! तड़प रही होगी------------ एक-एक पल उस खिड़की...
समझ नहीं आती - _____________ लोगों की दोमुही बातें समझ नहीं आती काफिर है "प्रवीण" फरेबी मुलाकातें समझ नहीं आती...
!!आओ कुछ संवाद करें!! आओ, बैठो कुछ संवाद करें, आज अपने मन की बात करें, कुछ बात सुनी थी मैंने,...
विराग राग देख के प्रभाव शान को सुनो। बहाव रंग ढंग के समान भाव को चुनो॥ प्रबुद्ध शुद्ध बोल...
अच्छे दोस्त उन सितारों की तरह होते हैं जो भले ही रोशनी में दिखाई न देते हो पर हमेशा साथ...
अपनी परछाई से मंजिल का पता पूछ रहा हूँ। भटक गया हूँ,मंजिल का निशान ढूंढ रहा हूँ।। कोई जब ना...
● तुम कौन हो ● -------~~------- अनायास उभर आता है, कोई अनजाना सा चेहरा, ...
कविता - शक्तिपर्व हो लगाए बैठी आस अगर तुम कि कोई नर श्रेष्ठ आएगा उद्धार करने तुम्हारा तो तुम्हारा यह...
हर बात की तरह अब इस बात पर कुछ बात कर कुछ भाव चुन कुछ राग रख कुछ याद रख...