कविता : ✍️ पुनीत कुमार

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तो तेरी हर मुश्किल आसान है 
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अनन्त तेरी बुद्धिमता,
और अनन्त तेरा ज्ञान है।
अगर दृढ़ संकल्प भी,
धारण कर ले तू मन में,
तो तेरी हर मुश्किल आसान है।

पता नही क्यों तू,
आडम्बरों में है उलझा।
मंजिल से क्यों,
भटका तेरा ध्यान है?
जबकि ब्रह्माण्ड में फैली,
अनन्त शक्तियां,
सब तेरे अन्दर विद्यमान है।
अगर दृढ़ संकल्प भी,
धारण कर ले तू मन में,
तो तेरी हर मुश्किल आसान है।

ईश्वर की इस कृपा को,
कभी कम मत समझ,
जो तुझे बनाया इंसान है।
तेरे विशेष गुणों के कारण ही तो,
तेरी जग में विशिष्ट पहचान है।
अगर दृढ़ संकल्प भी,
धारण कर ले तू मन में,
तो तेरी हर मुश्किल आसान है।

   – कवि पुनीत कुमार (शिक्षक) 
    पता – लुधियाना ( पंजाब )

Sach ki Dastak

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