आधुनिक हिंदी के विकास में भारतेन्दु हरिश्चंद्र का बड़ा योगदान

सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क चन्दौली
हिंदी दिवस के अवसर पर ऑल इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन चंदौली जिला इकाई के तत्वावधान में रविवार को नगर पालिका सभासद सभागार में “हिंदी के विकास में हिंदी पत्रकारिता की भूमिका” विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना के साथ हुआ। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत इकाई उपाध्यक्ष कृष्ण कांत गुप्ता ने किया और संचालन इकाई अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने किया।
अध्यक्षीय भाषण में एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजकुमार सिंह ने कहा कि हिंदी के विकास में पत्रकारों ने अपनी कलम से महती भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आज के बदलते परिवेश में पत्रकारों को हिंदी पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए नई तकनीकी के साथ समन्वय रखना होगा। तभी हम हिंदी पत्रकारिता को समृद्ध बना सकते हैं।
मुख्य अतिथि, प्रसिद्ध साहित्यकार विजय कुमार मिश्रा ‘बुद्धिहीन’ ने कहा कि हिंदी भाषा के विकास में पत्रकारों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान पत्रकारों ने अपनी लेखनी से समाज में चेतना की लौ जगाई, उसी का परिणाम है कि आज हम स्वतंत्र भारत और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का हिस्सा हैं।
विशिष्ट अतिथि, पूर्व वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी दिनेश चंद्र ने कहा कि हिंदी को देश में राजभाषा बनाने का श्रेय भी पत्रकारों को जाता है। पत्रकारिता ने हिंदी को सर्वग्राही और जनमानस की भाषा बनाया।
मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार पवन तिवारी ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता ने क्षेत्रीय भाषाओं के शब्दों को अपनाकर हिंदी को आमजन की बोली बनाया। इसी कारण हिंदी व्यापक स्तर पर जनमानस से जुड़ सकी।
अमरेन्द्र कुमार पांडेय ने कहा कि आधुनिक हिंदी के विकास में भारतेन्दु हरिश्चंद्र का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने गद्य, पद्य, निबंध, नाटक और उपन्यास सभी विधाओं में लेखन कर खड़ी बोली हिंदी को सशक्त और समृद्ध किया।
कार्यक्रम में डॉ. अनिल यादव, अरुण कुमार सिंह, सुमित, डॉ. ए.के. सिंह, कवि इंद्रजीत पांडेय, प्रकाश चौरसिया और गणपत राय ने भी विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से भागवत नारायण चौरसिया, विजय जायसवाल, शाहिद तौसिफ, बृजेश गुप्ता, विजय गुप्ता, मोहम्मद राशिद, प्रमोद अग्रहरि, भानू शंकर चौबे, धर्मप्रकाश शर्मा, सुनील सिंह, मोहम्मद इरफान, सरदार हरि सिंह रोशन, एस. फाजिल, जीशान अली अरशद, हंसराज शर्मा, शोएब खान, फरमान अहमद, हयात अंसारी, दशरथ चौहान, कृष्ण मोहन गुप्ता और कवि सुरेश अकेला शामिल रहे।
धन्यवाद ज्ञापन इकाई महामंत्री फैयाज अंसारी ने किया।