70 लाख रुपये के लेन-देन में अपने ही दोस्त की ली थी जान

सच की दस्तक डिजिटल न्यूज डेस्क चन्दौली
चंदौली के अलीनगर थाना क्षेत्र में जिम संचालक और प्रॉपर्टी डीलर अरविंद यादव की गोली मारकर की गई हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस की गिरफ्त में आए मुख्य आरोपी श्याम यादव उर्फ कल्लू ने पूछताछ में हत्या की असली वजह का पर्दाफाश किया है। उसके अनुसार, यह हत्या किसी तात्कालिक रंजिश नहीं, बल्कि 70 लाख रुपये के लेन-देन से उपजे गहरे विवाद का परिणाम थी।
पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड में महज 48 घंटे के भीतर बड़ी कार्रवाई करते हुए श्याम यादव उर्फ कल्लू समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान मुठभेड़ भी हुई, जिसमें एक आरोपी घायल हो गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अवैध असलहा भी बरामद किया है। जानकारी के अनुसार, कल्लू अलीनगर थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है और पूर्व में कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है।
कभी थे गहरे दोस्त, बन गए कातिल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, श्याम यादव उर्फ कल्लू और मृतक अरविंद यादव कभी एक-दूसरे के बेहद करीबी दोस्त थे। दोनों ने मिलकर प्रॉपर्टी के व्यवसाय की शुरुआत की थी और चकिया क्षेत्र में 11 बिस्वा ज़मीन का एक साथ एग्रीमेंट भी कराया था। लेकिन दोनों की दोस्ती में उस वक्त दरार आ गई जब सिकटिया हत्याकांड के आरोप में कल्लू को जेल जाना पड़ा।
कल्लू का आरोप है कि जेल में रहने के दौरान अरविंद ने वह ज़मीन 12 लाख रुपये प्रति बिस्वा की दर से बेच दी और इस बिक्री से प्राप्त करीब 70 लाख रुपये की रकम में से उसे कोई हिस्सा नहीं दिया। जेल से छूटने के बाद जब कल्लू ने इस धनराशि की मांग की तो अरविंद ने पहले जमानत और कानूनी खर्चों का हवाला देकर टालमटोल करना शुरू किया और बाद में पूरी तरह से पैसा देने से इनकार कर दिया।
समय के साथ यह विवाद और गहराता गया। अंततः बदले की भावना से ग्रस्त होकर कल्लू ने अपने साथियों के साथ मिलकर अरविंद की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दे डाला।
न्याय की राह पर जांच
फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और इस हत्याकांड से जुड़े सभी पहलुओं को खंगाला जा रहा है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है। घटना ने जिलेभर में सनसनी फैला दी है और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब दोस्ती ही विश्वासघात में बदल जाए, तो समाज में भरोसे की बुनियाद कैसे टिकेगी।