“Air Force One” ”एयर फोर्स वन” विमान होगा बेहद खास, सोचते रह जायेंगे दुश्मन-

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नई दिल्ली – 


 

देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ऐसे हाईटेक विमानों में विदेश यात्राएं करेंगे जिनको दुश्मन छू भी नहीं पाएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए ऐसे दो बोइंग 777 विमान तैयार किए जा रहा हैं कि उसपर मिसाइल हमले करना असंभव होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए इस्तेमाल होने वाले एयर फोर्स वन की तर्ज पर ये विमान लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्ररेड काउन्टर्मेशर (LAIRCM) विमान तैयार किए जा रहे हैं। खबर के मुताबिक इन विमानों की अनुमानित लागत करीब 1300 करोड़ रुपए होगी और इनको ‘एयर इंडिया वन’ या ‘इडियन एयर फोर्स वन’ का नाम दिया जा सकता है। बोइंग 777 के इन दो विमानों को दुनियाभर के अडवांस्ड सिक्यॉरिटी सिस्टम जैसे- मिसाइल वॉर्निंग, काउंटर मेजर डिस्पेंसिंग सिस्टम और इनक्रिप्टेड सैटलाइट कम्यूनिकेशन जैसी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। अगर इन विमानों में प्राइवेट आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाता है तो यह भी अमेरिकी राष्ट्रपति के चर्चित ‘फ्लाइंग ओवल ऑफिस’ जैसे ही हाइटेक होंगे।
 LAIRCM – 
तकनीक इस तकनीक से मिसाइल हमले को नाकाम किया जा सकता है। साथ ही अडवांस्ड मिसाइल सिस्टम को भी चकमा दिया जा सकता है इसके लिए क्रू को कोई भी हरकत करने की जरूरत नहीं होगी। अमेरिकी नेवी ने अपने पेट्रोल जेट और CH-53 सुपर हेलिकॉप्टर के लिए इसकी शुरुआत की थी।
‘एयर फोर्स वन’ का इस्तेमाल-
अमेरिकी नेवी के अलावा कई राष्ट्राध्यक्ष इस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति का ‘एयर फोर्स वन’ LAIRCM और डिफेंस सिस्टम का मिश्रण है। 2008 में ऑस्ट्रेलिया ने LAIRCM सिस्टम को अपने C-130J के लिए खरीदा था। वही इजराईल के पास भी अपना डिफेंस सिस्टम है, जो वह अपने राष्ट्राध्यक्ष और यात्री विमानों में इस्तेमाल करता है। फ्रांस के राष्ट्रपति का एयरक्राफ्ट कथित तौर पर इजराईली सिस्टम से लैस है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का विमान रूसी डिफेंस सिस्टम से लैस है।

उल्लेखनीय है कि भारत को जनवरी 2018 में ये दोनों विमान मिल गए थे और अब ये अमेरिका की बोइंग डिफेंस कंपनी के पास हैं, जहां इन्हें एडवांस और लेटेस्ट सिक्यॉरिटी और कम्यूनिकेशन सिस्टम से लैस किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसी साल के अंत तक भारत को ये विमान पूरी तरह से तैयार होकर मिल जाएंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की लंबी दूरी के लिए फिलहाल 26 साल पुराने बोइंग 747 जंबो जेट का इस्तेमाल किया जाता है। ‘एयर फोर्स वन’ बोइंग 747 जंबो जेट को रिप्लेस करेंगे।

Sach ki Dastak

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