दिग्गी ने खरगोन की बताकर बिहार की फोटो पोस्ट की: शिवराज बोले दंगे की साजिश

Digvijay Singh Controversy : एमपी में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर शिवराज सरकार कड़ी कार्रवाई कर सकती है। खरगोन मामले की फर्जी तस्वीर को लेकर दिग्विजय सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। शिवराज सिंह चौहान ने खुद ही इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में दंगा भड़काने की साजिश की है।

दरअसल, सबसे पहले जेलर के कमरे में आरोपी के साथ बैठकी की बात करते हैं। ग्वालियर सब इंस्पेक्टर दीपक गौतम पर प्रदर्शन के दौरान जलता हुआ पुतला फेंकने के आरोप में एनएसयूआई का जिलाध्यक्ष शिवराज यादव जेल में बंद है। सोमवार को दिग्विजय सिंह उससे मिलने के लिए ग्वालियर सेंट्रल जेल में पहुंचे थे। दिग्विजय सिंह ने शिवराज यादव के साथ जेलर के कमरे में बैठकी लगाई थी। उन्होंने कहा था कि शिवराज यादव निर्दोष है, उसे फंसाया गया है। जेलर के कमरे में बैठकी की तस्वीरें सामने आने के बाद प्रदेश में सियासी हड़कंप मच गया है। साथ ही सरकार के स्तर पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है।
एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह का जेल के अंदर की तस्वीर वायरल करना बताता है कि कानूनी नियम-प्रक्रियाओं के प्रति उनकी क्या धारणा है। इस मामले में जेल सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार साहू को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित करने का निर्णय लिया गया है।
सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक फोटो पोस्ट की। फोटो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग भगवा झंडा लिए मस्जिद पर चढ़े हुए हैं। दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए लिखा- क्या तलवार लाठी लेकर धार्मिक स्थल पर झंडा लगाना उचित है।
क्या खरगोन प्रशासन ने हथियारों को लेकर जुलूस निकालने की इजाजत दी थी? क्या जिन्होंने पत्थर फेंके, चाहे जिस धर्म के हों सभी के घर पर बुलडोजर चलेगा? शिवराज जी मत भूलिए आपने निष्पक्ष होकर सरकार चलाने की शपथ ली है। हालांकि, ये ट्वीट दिग्विजय सिंह ने अब डिलीट कर दिया है।
और सच क्या है?
- वायरल फोटो का सच जानने के लिए हमने इसे गूगल पर रिवर्स सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें इससे जुड़ा वीडियो जानकारी के साथ एक सोशल मीडिया पोस्ट में मिला।
- सीएम शिवराज ने ट्वीट कर लिखा- श्री दिग्विजय सिंह ने एक धार्मिक स्थल पर युवक द्वारा भगवा झंडा फहराने का फोटो सहित ट्वीट किया है। वह मध्यप्रदेश का नहीं है। श्री दिग्विजय सिंह का यह ट्वीट प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने का षड्यंत्र है और प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने की साजिश है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट से अब यह ट्वीट डिलीट कर दिया है।