वाराणसी में फिरौती के लिए एंबुलेंस चालक को बंधक बनाने का मामला, बीएचयू के चार छात्र निलंबित
वाराणसी: फिरौती के लिए सर सुंदरलाल अस्पताल के एक एंबुलेंस चालक को बंधक बनाने के मामले में आरोपित चार छात्रों को बीएचयू प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। इन छात्रों को विश्वविद्यालय की सभी सुविधाओं से वंचित करते हुए बीएचयू में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। इस कार्रवाई से विवि प्रशासन ने आए दिन रंगदारी, लूटपाट, मारपीट बवाल या फिरौती मांगने वाले अन्य छात्रों को भी कड़ा संदेश दिया है।
लंका पुलिस ने छात्रों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
बीएचयू के साथ ही इस मामले में लंका पुलिस ने भी इन छात्रों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। बीएचयू के जनसंपर्क अधिकारी डा. राजेश सिंह की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है, कि विगत दिनों विश्वविद्यालय के कतिपय छात्रों द्वारा सर सुंदरलाल चिकित्सालय के एक एम्बुलेंस चालक को बलपूर्वक बिड़ला छात्रावास ले जाया गया एवं उसके परिजनों से फिरौती मांगी गई। इस मामले में जांच कमेटी बनाई गई थी।
विश्विद्यालय के सभी सुविधाओं से छात्र वंचित
सभी सुविधाओं से भी छात्र अगले आदेश तक वंचित कर दिया रिपोर्ट में इस घटना के संबंध में पुलिस कार्रवाई एवं जारी जांच का उल्लेख करते हुए उक्त छात्रों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी। इस संदर्भ में सभी तथ्यों का संज्ञान लेते हुए एवं विश्वविद्यालय में अनुशासन एवं व्यवस्था बनाए रखने संबंधी प्रावधानों के आलोक में चार छात्रों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें विश्वविद्यालय से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इन छात्रों का काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश वर्जित रहेगा एवं छात्र के रूप में उन्हें मिलने वाली सभी सुविधाओं से भी वे अगले आदेश तक वंचित कर दिया गया है।
फिरौती में संलिप्त छात्र
# कला संकाय के सौरभ प्रताप सिंह (बी.ए) पुत्र राणा प्रताप सिंह
# सामाजिक कार्य के समीर सिंह (एम.ए) पुत्र अनिल सिंह
# कला संकाय के आशीष कुमार यादव (एम.ए) पुत्र राम प्रताप यादव
# सामिक विज्ञान के रितेश सिंह (एम.ए) पुत्र भूपेश सिंह