84 लाख जीवो में मनुष्य सबसे श्रेष्ठ प्राणी
सच की दस्तक चन्दौली
चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण प्रवचन शुक्रवार से पंडित दीनदयाल नगर स्थित सिंचाई विभाग कॉलोनी में प्रारंभ हो गया।
चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ प्रज्ञा पुराण कथा प्रारंभ होने से पूर्व शुक्रवार की प्रातः जायसवाल स्कूल के पास स्थित गायत्री शक्तिपीठ से कलश शोभायात्रा निकाली गई यह शोभायात्रा पूरे नगर भ्रमण के बाद कथा स्थल सिंचाई विभाग कॉलोनी में समाप्त हुई।
इसके उपरांत संगीत में कथा सायंकाल प्रारंभ हुई ।
हरिद्वार से आए संदीप पाण्डेय जी ने प्रवचन करते हुए कहा कि मनुष्य अपने ज्ञान के ही कारण 84लाख जीवो में सर्वश्रेष्ठ प्राणी है ।ज्ञान ही मनुष्य को महान बनाता है और ज्ञानी मनुष्य ही कहलाता है। ईश्वर ने मनुष्य को सोचने समझने की शक्ति प्रदान की है जिसके कारण इनकी क्षमता अधिक हो गई है। एक प्रकार से कहा जाए यह ज्ञान आसीमित है बस उसे उपयोग में लाने की जरूरत है ।
श्री संदीप पांडेय ने कथा को आगे कहते हुए कहा कि आलस व प्रमोद में लोग अपनी इस विलक्षण शक्ति को पहचान नहीं पाते और अपने अमूल्य जीवन रूपी समय को यूं ही गवा देते हैं। ऐसे में मनुष्य पशुओं में कोई अंतर नहीं रह जाता है। इस महायज्ञ की सबसे बड़ी विशेषता यह दिखाई दी की इस में राष्ट्रवाद का भी चित्रण किया गया था।एक सुंदर सी बालिका भारत माता रूप में मौजूद थी जो आकर्षण की केंद्र बिंदु बनी रही। इस महायज्ञ में मुख्य रूप से उदय नारायण उपाध्याय लक्ष्मी कांत पांडे प्रदीप जयसवाल रेखा मनोज उपाध्याय मधु संगीता राजेन्द्र श्रीवास्तव सहित काफी संख्या में गायत्री परिवार के लोग मौजूद थे।