भारतीय उड़नपरी हिमा दास ने रचा इतिहास -एक महीने में 5 गोल्ड –
हिमा ने चेकगणराज्य में नोवे मेस्टो नाड मेटुजी ग्रां प्री में महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया।
उन्होंने अपने इनाम का आधा हिस्सा भी असम के बाढ़ पीड़ितों (Flood Victims of Assam) के नाम किया है। सोसल मीडिया पर उन्हें पूरे देश के लोगों से बधाइयां मिल रहीं हैं। कई बॉलीवुड सितारों ने भी उन्हें इस मौके पर बधाई दी है। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने इस मौके पर उन्हें बधाई देते हुए कहा है कि उन्होंने भारत का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया है।
हिमा को इतनी बड़ी उपलब्धि पाने पर एक यूजर ने तो यहां तक कहा कि प्रियंका चोपड़ा के बजाए उन्हें ब्रांड अंबेसडर बनाया जाना चाहिए। उन्होंने प्रियंका की उस फोटो को शेयर किया जिसमे वह सिगरेट पीते हुई दिख रही हैं। इससे पहले हिमा ने 2 जुलाई को उन्होंने पोलैंड में हुई पोंजान एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स में 23.63 सेकंड में गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद 8 जुलाई को पोलेंड में ही हिमा ने दूसरा गोल्ड जीता। कुटनो एथलेटिक्स मीट में हिमा ने 200 मीटर रेस को 23.97 सेकंड में पूरा किया था। फिर 13 जुलाई को हिमा ने चेक गणराज्य में क्लाडनो एथलेटिक्स मीट में हिमा ने 23.43 सेकंड में 200 मीटर पूरे किए और गोल्ड मेडल जीता। हिमा ने टेबोर एथलेटिक्स मीट में अपना चौथा गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 23.25 सेकंड में 200 मीटर पार करके गोल्ड जीता।
माननीय राष्ट्रपति जी ने भी दी बधाई
माननीय प्रधानमंत्री जी ने भी दी बधाई-
भारत की 19 साल इस नई उड़न परी हिमा दास ने शनिवार को एक और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। हिमा ने चेकगणराज्य में नोवे मेस्टो नाड मेटुजी ग्रां प्री में महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया। हिमा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक फोटो साझा कर इस बात की जानकारी दी। फोटो के साथ हिमा ने लिखा, ‘आज (शनिवार को) चेक गणराज्य में 400 मीटर स्पर्धा में शीर्ष स्थान पर रहते हुए रेस का अंत किया।’
हिमा ने 52.09 सेकेंड का समय निकाला। हिमा का यह इस महीने कुल पांचवां स्वर्ण पदक है। इससे पहले वह दो जुलाई को यूरोप में, सात जुलाई को कुंटो एथलेटिक्स मीट में, 13 जुलाई को चेक गणराज्य में ही और 17 जुलाई को टाबोर ग्रां प्री में अलग-अलग स्पधार्ओं में स्वर्ण जीत चुकी हैं।
भारत की वीके विस्मया, हिमा से 53 सेकेंड पीछे रहते हुए दूसरे स्थान पर जगह बनाने में सफल रहीं। विस्मया ने 52.48 सेकंड का समय निकाला। तीसरे स्थान पर सरिता बेन गायकवाड़ रहीं जिन्होंने 53.28 सेकेंड का समय निकाला। पुरुषों की 200 मीटर स्पर्धा में मोहम्मद अनस ने 20.95 सेकेंड का समय निकाल दूसरा स्थान हासिल किया।
वहीं पुरुषों की 400 मीटर में भारत के ही नोह निर्मल टोम ने भी 46.05 सेकेंड के साथ रजत पदक जीता। पुरुषों की ही 400 मीटर बाधा दौड़ में भारत के एम.पी. जाबिर ने 49.66 सेकेंड के साथ स्वर्ण जीता। जितिन पॉल 51.45 सेकेंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
हिमा दास ने कहा : इन चैंपियनशिप को सिर्फ अभ्यास की तरह देखती हूं।
छलका दर्द-
सिर्फ 11 सेकंड दौड़ने के लिए हम वर्षों से रोज 8-8 घंटे मेहनत कर रही हैं,प्लीज हमें भी क्रिकेट जैसा प्यार दें ।
19 दिन में पांच गोल्ड जीतने वाली 19 साल की हिमा दास और वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड जीतकर आईं 23 साल की दूती चंद दोनों फर्राटा धावक हैं।
असम की हिमा दास क्रिकेटर्स के मुकाबले अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियों को बेहद कम तवज्जो मिलने से दुखी हैं
ओडिशा की दूती चंद को भी यही मलाल है। कहती हैं- ‘11 सेकंड दौड़ने के लिए वर्षों एड़ियां घिसी हैं। कोई धावक रोज सुबह 4 बजे उठकर 8-8 घंटे प्रैक्टिस करता है। ऐसे में अगर देश उसकी उपलब्धियों को नजरअंदाज कर दे तो उसे कैसा लगेगा, आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं। प्लीज हमें भी क्रिकेटर्स जैसा प्यार दें।’
–टीम सच की दस्तक राष्ट्रीय मासिक पत्रिका वाराणसी उत्तर प्रदेश की तरफ से भारत की जांबाज बेटी हिमा दास को उनकी इस महान उपलब्धि के लिये नमन।