भारतीय जनता पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र में देश के एक सौ करोड़ लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने का ऐलान कर सकती है। यह प्रावधान आयुष्मान भारत योजना के तहत किया जाएगा, ताकि देश के 80 फीसद से अधिक लोगों को गंभीर बीमारियों का इलाज कराने में वित्तीय मदद मिल सके। आयुष्मान के तहत प्रत्येक पात्र परिवार के इलाज के लिए पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज कराना संभव हो गया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्र में संचार व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा अपने चुनावी प्रचार जन संवाद में इस वायदे का बढ़ चढ़कर ऐलान कर रहे हैं। उन्होंने कहा किआयुष्मान भारत में देश के 50 करोड़ लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए पांच लाख रुपये तक की मदद मुहैया कराई जा रही है। भाजपा योजना का दायरा बढ़ाकर सौ करोड़ तक ले जाएगी। सिन्हा ने बताया कि भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र में इसे शामिल कर लिया गया है। उन्होंने आगें यह भी कहा कि
किसानों और गरीबों के उत्थान की दिशा में सरकार के पास पर्याप्त योजना है।
एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मतदाताओं पर पूरा भरोसा है, जो माफिया और अपराधी को नहीं चुनेगा। सेवा व विकास की राजनीति की दौर शुरु हुआ है। राजनीति में तीन बड़े नासूर परिवारवाद, जातिवाद और संप्रदायवाद हैं, जिनमें अब कमी आई है। विकास की राजनीति इन तीनों पर भारी पड़ेगी।
जानिए : क्या है आयुष्मान भारत योजना –
इस योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किए जाने का अनुमान है। आधार नंबर से परिवारों की सूची तैयार की गई है और आपको सुविधा का लाभ मिलेगा। सूची तैयार होने के बाद तब इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी।
कैसे पता चलेगा आपका आपका रजिस्ट्रेशन हो गया?
वर्ष 2011 की जनगणना में गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को इसमें जगह मिलेगी। योजना में आपका नाम है या नहीं यह आप Mera.pm.jay.gov.in पर चेक कर सकते हैं। सबसे पहले आप इस वेबसाइट पर जाए। यहां होम पेज पर एक बॉक्स मिलेगा। इसमें मोबाइल नंबर डाले। उस पर ओटीपी आएगा। इसे डालते ही पता चल जाएगा कि आपका नाम इसमें जुड़ा है या नहीं।
इसके अलावा लोग 14555 पर कॉल कर यह पता कर सकते हैं कि उनका नाम इस योजना में जुड़ा है या नहीं। लोग पास के अस्पतालों में जाकर भी यह पता कर सकते हैं कि उनको इस योजना का लाभ मिलेगा या नहीं।
अस्पताल में कैसे मिलेगा लाभ-
मरीज को अस्पताल में भर्ती होने के बाद अपने बीमा दस्तावेज देने होंगे। इसके आधार पर अस्पताल इलाज के खर्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगा और बीमित व्यक्ति के दस्तावेजों की पुष्टि होते ही इलाज बिना पैसे दिए हो सकेगा। इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवा सकेगा। निजी अस्पतालों को जोड़ने का काम शुरू हो चुका है। इसका यह लाभ भी मिलेगा कि सरकारी अस्पतालों में अब भीड़ कम होगी। सरकार इस योजना के तहत देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलेगी जोकि आवश्यक दवाएं और जांच सेवाएं निःशुल्क मुहैया जाएंगे।
बिना आधार के मिल पाएगा लाभ-
आयुष्मान भारत योजना के लिए आपको आधार कार्ड की आवश्यकता नहीं। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार किसी भी सरकारी स्कीम का लाभ उठाने के लिए आपको आधार कार्ड की जरूरत नहीं है।
कौनसी बीमारी का इलाज करवा सकेंगे-
इस योजना के तहत मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी। बुजुर्गों का इलाज भी करवाया जा सकेगा।
किन राज्यों में कितने सेंटर –
इसके दो कंपोनेंट हैं- पहला 10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा। दूसरा हेल्थ वेलनेस सेंटर। इसमें देशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपडेट होंगे। इन सेंटर्स पर इलाज के साथ मुफ्त दवाइयां भी मिलेंगी। छत्तीसगढ़ में 1000, गुजरात में 1185, राजस्थान में 505, झारखंड में 646, मध्यप्रदेश में 700, महाराष्ट्र में 1450, पंजाब में 800, बिहार में 643, हरियाणा में 255।