म. प्र : क्या गोविंदपुरा सीट से वोटर्स यह स्वीकार करेंगे-
बुधनी छोड़ो शिवराज सिंह भोपाल की गोविंदपुरा सीट से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं क्या गोविंदपुरा सीट से वोटर्स यह स्वीकार करेंगे
25/10/2018
भोपाल। ‘क्या शिवराज सिहं के लिए गोविंदपुरा ज्यादा सुरक्षित रहेगी’ इस सवाल का जवाब कई विशेषज्ञ तलाश रहे हैं। भाजपा नेताओं के अलावा आरएसएस के विचारक/प्रचारक और कुछ अफसरान भी इसी सवाल का जवाब तलाश रहे हैं।
मीटिंगों और सर्वे का दौर चल रहा है। रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। सबकुछ सही रहा तो शिवराज सिंह को गोविंदपुरा से लड़ाएंगे।
बुधनी छोड़कर भाग रहे हैं शिवराज सिंह चौहान
बुधनी से अपनी राजनीति की शुरूआत करने वाले शिवराज सिंह चौहान अब बुधनी छोड़कर भाग रहे हैं। आरएसएस का कहना है कि यदि शिवराज सिंह बुधनी से लड़े तो जीत के लाले पड़ जाएंगे। चुनाव प्रचार के लिए भोपाल तक नहीं आ पाएंगे। इसके बावजूद जीत जाएंगे इसकी भी गारंटी नहीं है।
किसी नेता की ऐसी हालत शायद ही कभी हुई हो जब वो सत्ता के प्रमुख पद पर हो और अपनी ही विधानसभा में इतनी खराब स्थिति हो जाए।
गोविंदपुरा सीट: भाजपा का गढ़ या बाबूलाल गौर का नेटवर्क –
सामान्यत: कहा जाता है कि गोविंदपुरा सीट भाजपा का गढ़ है। इस सीट पर भाजपा का 44 साल से कब्जा है परंतु इसे ठीक प्रकार से कहें तो शब्द बदले जाते हैं। गोविंदपुरा बाबूलाल गौर का गढ़ है और इस सीट पर गौर का 44 साल से कब्जा है।
यहां के लोगों को बाबूलाल गौर जैसे नेता की आदत पड़ गई है। यही कारण है कि सारा जोर लगाने के बावजूद कांग्रेस यहां से कभी जीत नहीं पाई। सवाल यह है कि क्या जनता शिवराज सिंह को बाबूलाल की तरह स्वीकार कर लेगी।