मुंबई: गोरेगांव में नाले में गिरा 2 साल का बच्चा, अभी तक कोई पता नहीं

हम वर्षों से सुनते आ रहे कभी कोई मासूम बोरवेल में जा गिरता है तो कभी नंदी, नालों, बम्बें, गटर में क्योंकि दुर्भाग्यवश गटर के ढ़क्कन खुले रह जाते हैं जिनके कारण हादसे हो जाते हैं,, जब ऐसी कोई समस्या है तो रेड कलर के डैंजर नाम से साईनबोर्ड लगा दीजिये जिससे आमजन सतर्क रहे। वैसा ही एक हादसा सामना आया है-
मुंबई के गोरेगांव इलाके में बुधवार देर रात एक बच्चा खुले नाले में गिरकर पानी में बह गया। बच्चे का नाम दिव्यांशु और उसकी उम्र करीब 2 साल बताई गई है। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और बीएमसी की टीमें मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने बच्चे की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया हांलाकि, अभी तक बच्चे का कुछ पता नहीं चला सका है।बच्चे के नाले में गिरने की पूरी घटना वहां पास ही लगे सीसीटीवी में कैद हो गई वरना शायद कोई पीड़ित परिवार की बात नहीं सुनता…
दिव्यांशु बच्चे के खुले नाले में गिरने के सीसीटीवी में वीडियो में साफ देता है कि मुंबई के गोरेगांव इलाके में चहलकदमी हो रही है. तभी दिव्यांशु अपने घर से खेलता हुआ सड़क पर आ जाता है, लेकिन जैसे ही वो वापस जाने की लिए मुढ़ता है, उसका पैर फिसल जाता है और वो खुले नाले में गिर जाता है।दिव्यांशु पानी के तेज बहाव में बह जाता है जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त कोई मौजूद नहीं था।
घटना के महज 20 से 30 सेकंड बाद दिव्यांशु की मां उसे ढूंढते हुए आती है, लेकिन उसके बेटे कुछ पता नहीं चलता है जब पास की मस्जिद में लगे सीसीटीवी को देखा गया तो दिव्यांशु खुले मैनहॉल में गिरता हुआ दिखाई देता है। इसे देख सबके होश उड़ गए। दिव्यांशु के मां-बाप का रो-रो कर बुरा हाल है।वहीं पुलिस और बीएमसी की टीमें बच्चे की तलाश में जुटी हुई हैं।
घटना के तुरंत बाद ही लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी. रात भर आप-पास के सभी नाले को खोलकर दिव्याशुं की तलाश की जा रही है लेकिन दिव्यांशु का अबतक कुछ पता नहीं चल पाया है. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि इस घटना के लिए पूरी तरह बीएमसी जिम्मेदार है. अगर बीएमसी खुले गटर को ढक कर रखती तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता, फिलहाल तलाशी का अभियान चल रहा है।
जनता और सरकार व सम्बंधित अधिकारियों को अपनी-अपनी जिम्मेदारी व जवाबदेही तय करनी ही होगी।