तकनीकी वस्त्रों पर मुंबई में राष्ट्रीय सम्मेलन-
नई दिल्ली/मुम्बई, सच की दस्तक
वस्त्र मंत्रालय 29 जनवरी 2019 को मुंबई में तकनीकी वस्त्रों पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगा। इस आयोजन के दौरान टेक्नोसेक्स 2019 के लिए एक पूर्वालोकन भी किया जाएगा। सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय वस्त्र मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी द्वारा की जाएगी।
भारत सरकार द्वारा तकनीकी वस्त्रों के लिए एचएसएन कोड जारी करना सम्मेलन की प्रमुख विशेषताओं में से एक होगा।
सम्मेलन के दौरान तकनीकी वस्त्र मदों के प्रशासनिक समेकन, विनिर्माण संभावनाओं और आयात प्रतिस्थापन, मानकीकरण के लाभ और सर्वोत्तम वैश्विक कार्यप्रणालियों, न्यू इंडिया के लिए तकनीकी वस्त्र संहिता, तकनीकी वस्त्र क्षेत्र में निवेश अवसर, तकनीकी वस्त्रों में अनुसंधान और विकास जैसे विषयों पर केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों, नीति आयोग, आईआईटी और कपड़ा उद्योग के प्रख्यात व्यक्तित्व चर्चा करेंगे।
तकनीकी वस्त्रों में वह कपड़ा सामग्री और उत्पाद शामिल हैं जो मुख्य रूप से सौंदर्य और सजावटी विशेषताओं के अलावा बेहतर तकनीक के उपयोग से निर्मित होते हैं। इनके लिए न केवल कपड़ों बल्कि कृषि, चिकित्सा, बुनियादी ढांचे, मोटर वाहन, एयरोस्पेस, खेल, रक्षा और पैकेजिंग जैसे क्षेत्रों से भी आवेदन आते हैं।
तकनीकी कपड़ा क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। इस क्षेत्र में आने वाले वर्षों में दोहरे अंकों में वृद्धि देखने को मिल रही है और इसके बाजार के 2020-21 तक 2 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
भारत में तकनीकी वस्त्र उद्योग के आधारभूत सर्वेक्षण के अनुसार, देश में तकनीकी वस्त्र बनाने वाली लगभग 2100 इकाइयाँ हैं और उनमें से अधिकांश गुजरात में हैं और इसके बाद महाराष्ट्र और तमिलनाडु में हैं।
कुल बारह खंडों के वैश्विक तकनीकी वस्त्र बाजार क्षेत्र में भारत की हिस्सेदारी 4-5% है।
भारत में तकनीकी वस्त्र कुल कपड़ा मूल्य श्रृंखला का 12-15% है, जबकि कुछ यूरोपीय देशों में तकनीकी वस्त्र कुल कपड़ा मूल्य श्रृंखला का 50% तक है।