पक्षी विहार अभियान के तहत पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर हुई संगोष्ठी
पर्यावरण संतुलन के लिए जरूरी पक्ष वृक्ष और पंछियों के संरक्षण और संवर्धन के दृष्टिगत सरेसर नसीरपुर वन क्षेत्र में पक्षी विहार को विकसित करने के लिए पक्षी विहार अभियान के तहत पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर नगर पालिका सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
ग्रीन हाउस क्लब द्वारा आयोजित गोष्ठी में संस्था के समन्वयक संजय कुमार जायसवाल ने पक्षी विहार अभियान के इतिहास को एक दृष्टि में बताते हुए कहा कि सरे सर नसीरपुर वन क्षेत्र के कुल क्षेत्रफल को यदि विकसित कर दिया जाए तो या नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक सुंदर पक्षी विहार पार्क व पर्यटन स्थल बन सकता है ।
संगोष्ठी में उपस्थित नंदलाल मास्टर ने कहा कि वाराणसी के मेहंदी गंज में चलाए गए कोका कोला आंदोलन से प्रेरणा लेकर हमें या निश्चय करना होगा कि सरे सर पक्षी विहार ही हमारी मंजिल नहीं है बल्कि हमें समाज में ऐसे छोटे-छोटे सैकड़ों पक्षी विहार बनाने होंगे ।इतना ही नहीं अपनी छतों पर दाना पानी डालकर 10-15 चिड़ियों का एक पक्षी विहार बनाना होगा।
अध्यक्षीय संबोधन में सतीश चंद्र पाठक ने कहा कि जन समर्थन की महत्ता को हमें समझना होगा नगर के लोग यदि सप्ताह में 10 मिनट भी निकाल कर सरेसर वन क्षेत्र का भ्रमण करें और लोगों को वहां आने जाने के लिए प्रेरित करें तो आवाजाही निरंतर होने लगेगी इससे पक्षी विहार लोगों की एक आवश्यकता बन जाएगी और चिड़ियों के लिए बेहतरीन स्थल भी मौजूद होगा। पर्यावरण प्रेमी महबूब आलम, चंद्रभूषण मिश्रा अवधेश श्रीवास्तव आदि ने भी अपने अनुभव से अभियान को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. रवि वार्ष्णेय ने सरेसर वन क्षेत्र को विकसित करने के लिए भागीरथ प्रयास की आवश्यकता जताई। संचालन, पवन तिवारी ने किया कार्यक्रम में शिव जायसवाल, मदन शर्मा, बृजेश गुप्ता, गुड्डू केसरी, संजय सिंह, डा उमेशचंद्र, गुप्तेश्वर जायसवाल, संजय जायसवाल आदि उपस्थित रहे।