लोकसभा चुनाव यूपी में सपा बसपा मिलकर लड़ेगी
सच की दस्तक डेस्क लखनऊ
लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर महागठबंधन बनाने की शुरुआत हो गयीहै। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा पूरी तरह से जुट गई है। मायावती और अखिलेश यादव ने सपा-बसपा गठबंधन का औपचारिक ऐलान भी कर शनिवार को अन्तः कर दिया गया है। सारे कयासों पर पूर्ण विराम लगा दिया।कांग्रेस से दोनों दलों ने उत्तर प्रदेश में दूरियां बना ली। 25 वर्षों के बाद आपसी कटुता को ताक पर रखते हुए मोदी की पुनः केंद्र में वापसी ना हो इसके लिए संयुक्त रूप से लड़ने का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान के मुताबिक, यूपी की 80 सीटों में 38-38 सीटों पर सपा और बसपा लड़ेगी।
बसपा और सपा यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 38-38 पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी और रायबरेली में महागठबंधन कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मायावती ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, वहीं अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती का अपमान मेरा अपमान है। वहीं मायावती ने कहा 24 वर्ष पूर्व जो उनके साथ सपा ने बर्ताव किया था उसको इसलिए ताक पर रख दिया है क्योंकि संप्रदायिक दल केंद्र में वापस का काबिज न हो जाए इसके लिए इसे भूल ना ही था । गेस्ट हाउस कांड को भुलाकर हम साथ आए हैं ताकि देश को बीजेपी से बचा सके।
सच की दस्तक के हवाले से बता दें कि 24 वर्ष पूर्व कांशीराम और मुलायम सिंह यादव ने हाथ मिलाया था और नारा दिया था । मिले मुलायम कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्री राम। जिस तरह का नारा पूरे प्रदेश में गूंजा था परिणाम भी जस उसी तरह का आया था। इन दोनों के गठबंधन के बाद भारतीय जनता पार्टी राज्य से बेदखल हो गई थी।
मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के सवाल पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने हमेशा प्रधानमंत्री दिया है, मैं चाहूंगा कि इस बार भी यूपी से प्रधानमंत्री मिले।