Afghanistan Crisis: पंजशीर में 72 हूरों के पास पहुंचे 21 पाकिस्तानी

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अफगानिस्‍तान पर तालिबान ने पूरी तरह कब्‍जा कर लिया है। यहां का पंजशीर प्रांत ही ऐसा है जहां तालिबानी अभी तक पहुंच नहीं पाए हैं। हालांकि तालिबान इस प्रांत पर कब्‍जा करने का दावा कर रहा है लेकिन जंग अभी खत्म नहीं हुई है। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है। सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक पंजशीर में पाकिस्‍तान के 4 अधिकारियों सहित 21 सैनिक मारे गए हैं। हवाई हमले में ये सैनिक मारे गए हैं।

सूत्रों के मुताबिक इस हमले में 25 पाकिस्‍तान सैनिक घायल भी हुए हैं। घायल सैनिकों को MI-17 प्‍लेन से पाकिस्‍तान ले जाया गया है। लाहौर के अस्‍पताल में उनका इलाज जारी है। जानकारी के मुताबिक तालिबान पर यह ‘रहस्‍यमयी हमला’  अज्ञात सैन्‍य विमानों द्वारा किया गया है। इस हवाई हमले में तालिबान को भारी नुकसान हुआ है और कई आतंकी मारे गए हैं। आपको बता दें कि तालिबान पंजशीर पर कब्जे का दावा कर रहा था लेकिन नॉर्दन अलायंस ने तालिबानी दावे को खारिज कर दिया है।

पंजशीर का कौन मददगार’

ताजिकिस्तान: तातिकिस्‍तान ने पहले भी पंजशीर की मदद की है। उसने पंजशीर को हथियार भेजे हैं। अफगानिस्‍तान की तरफ से मुल्‍क की लड़ाई लड़ रहे अहमद मसूद भी ताजिकिस्‍तान के हैं। ताजिकिस्‍तान पंजशीर के पक्ष में खुलकर खड़ा हुआ है।कई अफगानी सैनिक ताजिकिस्तान पहुंचे हैं। कई लड़ाकू विमान ताजिकिस्तान ले जाए गए हैं। अब ऐसी उम्‍मीद है कि उन्हीं विमानों से हमला किया गया है।

रूस: रूस की ओर से हवाई हमले की संभावना भी व्‍यक्‍त की जा रही है। ताजिकिस्तान से हमले में भी रूस की रजामंदी जरूरी है। तालिबान के कब्‍जे के बाद से रूसी इलाकों में आतंक फैलाए जाने का भी खतरा है। आपको बता दें कि शुरु में रूस तालिबान की तरफ था लेकिन पिछले कुछ दिनों से उसके रुख बदल गए हैं। रूस ने कहा तालिबान को मान्यता देने की जल्दबाजी नहीं है।

ईरान: तालिबान पर ईरान ने सवाल उठाए थे। ईरान ने भी पंजशीर के बचाव में आवाज उठाई है। उसकी तरफ से पंजशीर पर हमले पर पाक को लताड़ा गया है।

नॉर्दन अलायंस ले रहा है तालिबान से लोहा

बता दें कि पंजशीर अफगानिस्तान का आखिरी प्रांत है जिसपर तालिबान का अभी पूरी तरह से कब्जा नहीं कहा जा सकता। हालांकि, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को दावा किया था कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है। कुछ चश्मदीदों ने भी माना था कि हजारों तालिबान लड़ाकों ने रातों-रात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया था। पंजशीर में नॉर्दन अलायंस नाम का संगठन तालिबान से लोहा ले रहा है। पंजशीर की पहाड़ियों पर मौजूद नॉर्दन अलायंस के लड़ाके गोरिल्ला युद्ध के जरिए तालिबान को चुनौती दे रहे हैं। फिलहाल उन्होंने हार नहीं मानी है।

Sach ki Dastak

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