छह कोटेदारों पर मुकदमा दर्ज
सच की दस्तक डेस्क सोनभद्र
(संगम पांडेय)
सोनभद्र। कोरोना वाइरस के मद्देनजर पूरे देश में लॉकडाउन है। प्रदेश सरकार की तरफ से गरीबों और असहायों को खाद्यान्न वितरित कराया जा रहा है. उसके लिए शासन ने 1 अप्रैल से लेकर 10 अप्रैल तक खाद्यान्न वितरित करने का निर्देश भी दे दिया था. वहीं कोई भी लाभार्थी छूटने न पाए जिसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से वितरण का समय बढ़ाकर 12 तारीख तक कर दिया गया, लेकिन जिला प्रशासन को शिकायत मिली कि कुछ कोटेदार खाद्यान्न वितरण में मनमानी कर रहे हैं. डीएम ने मामले की जांच कराई तो पाया कि इन लोगों की तरफ से खाद्यान्न की कालाबाजारी के साथ ही घटतौली भी की जा रही थी. जिसके बाद डीएम के आदेश पर तत्काल जिला पूर्ति विभाग की तरफ से आधा दर्जन कोटेदारों के ऊपर विभिन्न थानों में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इन कोटेदारों पर दर्ज हुआ मुकदमा
डीएम के आदेश पर जिला पूर्ति विभाग ने कई कोटेदारों की जांच कराई, तो पाया कि घोरावल विकासखंड के गांव पंचायत दुरावल खुर्द के कोटेदार रमेश कुमार के यहां स्टॉक की कमी मिली. साथ ही घोरावल विकासखंड के भुआस के कोटेदार रमेश चंद्र शुक्ला के यहां स्टॉक की अधिकता पाई गई. वहीं घोरावल विकासखंड के कर्रीबरांव ग्राम पंचायत के कोटेदार श्रीराम के यहां स्टॉक की कमी पाई गई. इसके अलावा रॉबर्ट्सगंज विकासखंड के बघुवारी ग्राम पंचायत के कोटेदार इंद्रमल के यहां घटतौली की जा रही थी. साथ ही म्योरपुर विकासखंड के चिल्काडांड़ के कोटेदार के यहां स्टॉक की कमी पाई गई. वहीं चोपन विकासखंड के डाला ग्राम पंचायत के कोटेदार अजय दुबे के यहां घटतौली करने का मामला सामने आया, जिसके बाद डीएम के आदेश पर जिलापूर्ति विभाग की तरफ तत्काल सभी कोटेदारों पर मुकदमा दर्ज करा दिया है
जिला पूर्ति अधिकारी ने कहा
कोटेदारों के ऊपर मुकदमा दर्ज कराए के जाने के संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी डॉ. राकेश तिवारी का कहना है कि उचित दर विक्रेताओं के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिनमें तीन उचित दर विक्रेताओं के यहां जांच में पाया गया कि उनके यहां स्टॉक कम था. तो दो उचित दर विक्रेता लाभार्थियों को खाद्यान्न कम दे रहे थे. जबकि एक उचित दर विक्रेता के यहां स्टॉक अधिक पाए जाने की वजह से डीएम के आदेश पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है.