24 जनवरी राष्ट्रीय बालिका दिवस – टीम ‘सच की दस्तक’ बालिका दिवस का हृदय से स्वागत करती है
National Girl Child Day या राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है. बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य बालिकाओं को समान अधिकार, उनको सहयोग देना और सुविधाओं को मुहैया कराने के साथ लड़कों और लड़कियों में भेदभाव के प्रति लोगों को जागरुक करना भी है.
आज बेटियां दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर ऊंचे मुकाम हासिल कर रही हैं. घर ही नहीं दुनिया के सभी कामों में बेटियों की भागीदारी है. आज राष्ट्रीय बालिका दिवस है. National Girl Child Day या राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है. बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य बालिकाओं को समान अधिकार, उनको सहयोग देना और सुविधाओं को मुहैया कराने के साथ लड़कों और लड़कियों में भेदभाव के प्रति लोगों को जागरुक करना भी है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बालिका दिवस की बधाई दी है. सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बेटियां हमारा गर्व, हमारा स्वाभिमान हैं. उत्तर प्रदेश की प्रगति में बेटियों का अप्रतिम योगदान है. प्रत्येक बालिका के सर्वांगीण विकास हेतु हम संकल्पित हैं. सभी प्रदेशवासियों को ‘राष्ट्रीय बालिका दिवस’ की हार्दिक बधाई.
सरकारी कामकाज की बागडोर संभालेंगी सृष्टि
राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर हरिद्वार जिले की सृष्टि गोस्वामी रविवार को एक दिन के लिए बतौर सीएम विधानसभा में बैठकर सरकार का कामकाज देखेंगी. इस मौके पर खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उपस्थित रहेंगे. बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए, बाल आयोग की पहल पर सृष्टि गोस्वामी को सरकार ने एक दिन का बाल सीएम बनने का मौका दिया है. इसी क्रम में सृष्टि गोस्वामी रविवार 24 जनवरी को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक विधानसभा भवन के कमरा संख्या 120 में विभागीय समीक्षा बैठक लेंगी. इस कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण पर फोकस किया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत विभागों की समीक्षा करेंगे. त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए बेहतर काम कर रही है.
मेधावी छात्राओं को दिए जाएंगे स्मार्टफोन
राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर उत्तराखंड में आज महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित समारोह में प्रदेश में 159 मेधावी छात्राओं को स्मार्ट फोन दिए जाएंगे. आईआरडीटी ऑडिटोरियम (IRDT auditorium ) में आयोजित समारोह में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की राज्यमंत्री रेखा आर्य उत्तराखंड बोर्ड की मेधावी छात्राओं को स्मार्ट फोन देंगी. हाईस्कूल और इण्टर की बोर्ड परीक्षा 2020 में सर्वोच्च स्थान हासिल करने वाली बालिकाओं को स्मार्ट फोन दिए जाएंगे.
साल 2008 में हुई थी शुरुआत
इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 2008 में हुई थी. इसकी शुरुआत महिला और बाल विकास मंत्रालय ने की थी. कहा जाता है इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश में बालिकाओं के साथ होने वाले भेदभाव के प्रति लोगों को जागरूक करना है. साल 2008 से इस दिन को पूरे देश में मनाया जाता है. वैसे इस दिन देश भर में बालिका बचाओ अभियान चलाया जाता है. इसके अलावा लड़कियों को उनके अधिकार दिलवाने के लिए भी अभियान चलाया जाता है.