कोरोनावायरस के कारण रेलवे-स्टेशन की सूरत बदल रही है
नईदिल्ली।
पहले बिना किसी डर के लोग सड़कों पर निकलते थे लेकिन कोविड-19 महामारी की वजह से अब सबके सब मास्क के साथ सड़कों पर दिखाई देते हैं। ठीक इसी प्रकार सरकारें भी काम करने के तरीकों पर काफी कुछ बदलाव करने का विचार कर रही है। जैसे रेलवे स्टेशनों पर अब समोसे, पानी, कॉफी, चाज जैसी खाने-पीने की तमाम चीजें अब वेंडिंग मशीन के जरिए मिल सकेगा और इसी योजना पर काम चल रहा है।
वेंडिंग मशीनों के जरिए मिलेगा सामान
रेलवे स्टेशनों पर अमूमन कैंटीन और स्टॉल से अभी तक यात्री चाय, समोसा, पानी, नमकीन इत्यादि खान-पान का सामना खरीदते थे लेकिन जल्द ही स्टेशनों पर वेंडिंग मशीनें या फिर ऑटोमेटिक मशीनें दिखाई देंगी। जिनमें सामानों के दाम पहले से लिखे होंगे। यात्री मशीन में पैसा डालकर अपने पसंद की चीजों को खरीद सकेगा। दरअसल, यह तैयारी कोरोना वायरस से बचने के लिए की जा रही है।
पहले भी स्टेशनों में वेंडिंग मशीनें होती थी लेकिन उसमें से चाय, समोसा नहीं खरीदा जा सकता था। हालांकि अब कहा जा रहा है कि चाय, समोसा, कॉफी इत्यादि खाने पीने की तमाम चीजें इसमें उपलब्ध होंगी।
दरअसल, 1 जून से रेल मंत्रालय ने 200 ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है और 30 ट्रेनें पहले ही यात्रियों को लिए चल रही थीं। ऐसे में स्टेशनों पर मौजूद कैंटीनों को भी खोलने का आदेश दे दिया गया था लेकिन कोरोना वायरस के डर से सिर्फ 10 फीसदी कैंटीन ही खुल सकीं।
मिली जानकारी के मुताबिक मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए रेलवे इस तरह की योजना बना रहा है और कहा जा रहा है कि कई जगह पर वेंडर्स के साथ बातचीत आखिरी दौर में है।
वेंडिंग मशीन की सेवाएं शुरू हो जाने के बाद यात्रा को लेकर यात्रियों के अनुभव में भी बदलाव देखा जा सकेंगे। हालांकि पहले से यात्रा में काफी बदलाव तो देखा ही गया है। साथ ही साथ रेलवे ने यात्रियों के लिए मास्क और सैनिटाइजर को जरूरी कर दिया है।