औरैया हादसे के बाद सीएम योगी सख्त- पैदल और अवैध गाड़ियों से नहीं आएंगे मजदूर
हाइलाइट्स:
औरैया हादसे के बाद सीएम योगी ने कहा- पैदल और अवैध गाड़ियों से प्रदेश में नहीं आएंगे मजदूर
अधिकारियों को सख्त निर्देश हैं कि प्रवासियों को ला रही अवैध गाड़ियों को जब्त करके कार्रवाई करे
सीएम योगी ने भरोसा दिलाया कि लोग पैदल ना चलें, सरकार सभी को लाने का काम कर रही है
उत्तर प्रदेश में लगातार प्रवासी मजदूरों (Migrant Labours) के साथ हादसे हो रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को हुए औरैया हादसे (Auraiya Hadsa) के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने एक बार फिर अधिकारियों को सचेत किया है।
लॉकडाउन में आमदनी के सारे रास्ते बंद हैं, जिसकी वजह से शहरों में उनका जीना मुश्किल हो गया है। हजारों मजदूर पैदल या फिर किसी तरह ट्रकों में लदकर घरों की ओर लौट रहे हैं। मगर पिछले कुछ दिनों में अलग-अलग सड़क हादसों में बड़ी संख्या में मजदूरों की मौत हुई है। आज यानी शनिवार की सुबह यूपी के औरैया में सड़क हादसे में करीब 24 मजदूरों की जानें चली गईं। तो चलिए जानते हैं अब तक कहां-कहां हादसे हुए हैं और कितने घर उजड़े हैं।
यूपी के औरैया में 24 मजदूरों की मौत
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार तड़के हुए भीषण हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। सभी श्रमिक एक ट्रक और ट्राले में सवार थे। दिल्ली-कानपुर हाइवे पर हुए दर्दनाक हादसे में 36 श्रमिक गंभीर रूप से घायल हैं। औरैया के डीएम अभिषेक सिंह ने बताया कि यह हादसा सुबह तकरीबन साढ़े तीन बजे हुआ। इस हादसे में अब तक 24 लोगों की मौत हुई है।और 40 के आसपास लोग घायल हो गए हैं. इस पूरे एक्सीडेंट को लेकर जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक दिल्ली से आया एक ट्रक ढाबे पर खड़ा था. उसमें कुछ मजदूर चाय पीने के लिए नीचे उतर गए थे और कुछ बैठे थे. ये सभी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के रहने वाले थे. इसी बीच फरीदाबाद से आ रहा एक दूसरा ट्रक जिसमें 80 मजदूर थे, पीछे से दिल्ली वाले ट्रक पर टक्कर मारकर पलट गया. फरीदाबाद वाले ट्रक में बोरियां लदी थीं और इसमें झारखंड, बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूर बैठे थे. इन्हीं बोरियों के नीचे कई मजदूर दब गए और जब तक इनको निकाला जाता इनमें से कइयों की जान चली गई. औरैया में हुए इस भीषण सड़क हादसे पर पीएम मोदी ने कहा, ‘सड़क दुर्घटना बेहद ही दुखद है. सरकार राहत कार्य में तत्परता से जुटी है. इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं’.
वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सड़क दुर्घटना में प्रवासी मजदूरों की मौत को ‘हादसा नहीं हत्या’ बताया है. यादव ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘उप्र के औरैया में सड़क हादसे में 24 से भी अधिक ग़रीब प्रवासी मज़दूरों की मौत पर अवर्णनीय दुख. घायलों के लिए दुआएं. सब कुछ जानकर… सब कुछ देखकर भी… मौन धारण करने वाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं., ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं.
इनमें से ज्यादातर मजदूर बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे।
सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं कि राज्य के सीमा क्षेत्रों में कोई भी प्रवासी कामगार/श्रमिक पैदल, बाइक या ट्रक आदि अवैध और असुरक्षित वाहन से न आने पाए। यदि ऐसा पाया जाए तो लोगों को ला रही अवैध गाड़ियों को तत्काल जब्त करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए।
सीएम योगी ने यह भी कहा है कि पुलिस पैदल चलने वालों को जागरूक करते हुए उन्हें रोके। उन्होंने इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने प्रवासी कामगारों/श्रमिकों से अपील की कि वे स्वयं और अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध और असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने सभी प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सुरक्षित और सम्मानजनक वापसी के लिए युद्ध स्तर पर व्यवस्था सुनिश्चित करा रही है।
सीएम योगी बोले- जिलों में किया जाए प्रवासियों के लिए इंतजाम
प्रदेश के मुखिया के तौर पर सीएम योगी ने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को ट्रेन से प्रदेश में निःशुल्क ला रही है। मुख्यमंत्री योगी प्रवासी मजदूरों को पैदल या किसी निजी वाहन से वापस न आने की अपील पहले भी कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए।
प्रदेश में देश के अन्य राज्यों से प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को लेकर शनिवार तक 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। अभी तक ट्रेन, बस और अन्य साधनों से 15 लाख से अधिक कामगार राज्य में पहुंच चुके हैं। अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया, ‘अब तक प्रदेश में 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। पांच लाख 64 हजार लोग ट्रेनों से पहुंच चुके हैं।’ उन्होंने बताया कि शनिवार को 73 ट्रेनें प्रदेश में आनी हैं। शाम तक 12 ट्रेनें आ चुकी हैं।
रविवार से 286 और ट्रेनों की सहमति दी गई है। इस प्रकार लगभग साढ़े नौ लाख श्रमिक एवं कामगार या तो प्रदेश में आ चुके हैं या फिर उनके लाने की व्यवस्था हो चुकी है। अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया में हुए हादसे पर गंभीर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रवासी श्रमिकों को पैदल ना आने दिया जाए और ना ही उन्हें अवैध और असुरक्षित वाहनों से यात्रा करने दिया जाए। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए एक लाख 34 हजार लोगों पर नामजद 47, 289 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। कुल 41 हजार वाहन सीज किए गए हैं और 18.5 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रत्येक गांव में एक अल्ट्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। जांच क्षमता बढ़ाने के लिए पूल टेस्टिंग को अपनाया जाए। जांच क्षमता को इस सप्ताह तक बढ़ाकर 10,000 जांच प्रतिदिन किया जाए। उन्होंने यह निर्देश भी दिए कि वेंटिलेटर के सुचारू संचालन के लिए प्रत्येक जनपद में प्रशिक्षित चिकित्सक और पैरामेडिक्स की उपलब्धता अवश्य हो। उन्होंने कोविड अस्पतालों में एक लाख बेड तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने और देश को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री द्वारा 20 लाख करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज घोषित किया गया है।
मुजफ्फरनगर हादसे में 6 मजदूरों की मौत
इससे पहले बुधवार की रात को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर-सहारनपुर हाईवे पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ था। मुजफ्फरनगर हादसे में पंजाब से पैदल बिहार अपने गांव जा रहे 6 मजदूरों को एक तेज रफ्तार बस ने रौंद दिया था। सभी मजदूरों की मौके पर मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार, हादसा बुधवार रात 11:45 बजे हुआ था। पंजाब में काम करने वाले मजदूर देर रात पैदल सहारनपुर से होते हुए मुजफ्फरनगर की ओर जा रहे थे।
मध्य प्रदेश: बस-ट्रक के टक्कर में 8 मजदूरों की मौत
कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच मध्य प्रदेश के गुना में भीषण सड़क हादसे में 8 मजदूरों की मौत हो गई थी। इस सड़क हादसे में करीब 50 से अधिक मजदूर घायल हो गए थे। यह घटना भी बुधवार की रात की है। ये सभी मजदूर ट्रक में सवार होकर महाराष्ट्र से यूपी की ओर लौट रहे थे। यह हादसा तब हुआ जब जब ट्रक की बस से टक्कर हो गई। ये सभी 8 मृतक उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और महाराष्ट्र से लौट रहे थे।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद ट्रेन हादसे में 16 की मौत
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पैदल घर जा रहे 16 मजदूरों उस वक्त हादसे का शिकार हो गए, जब वह आराम करने के लिए रेल की पटरियों पर सो गए थे, तभी मालगाड़ी ने उन्हें कुचल दिया। औरंगाबाद ट्रेन हादसे में 16 मजदूरों की जानें गई थीं। ये सभी सड़क पर पुलिस की डर से रेल पटरियों के सहारे ही मध्य प्रदेश अपने घरों की ओर चल रहे थे, मगर काफी देर चलने के बाद वे सभी रेल की पटरी पर ही आराम करने लगे, तभी नींद आ गई और ट्रेन की चपेट में आने से इनकी मौतें हो गईं।
बिहार: समस्तीपुर में 2 मजदूरों की मौत, 30 घायल
बिहार के समस्तीपुर जिले के उजियारपुर में मुजफ्फरपुर से प्रवासियों को लेकर कटिहार जा रही बस की ट्रक से टक्कर हो गई। इस हादसे दो बस यात्रियों की मौत हो गई और करीब 30 लोग घायल हो गए थे। हादसे के बाद चालक ट्रक लेकर फरार हो गया।