यहां बच्चे के पैदा होते ही उसकी उम्र 1 साल मान ली जाती है- देश?
वैसे तो हम सब जानते हैं कि ‘वैलेंटाइन डे’ हर साल 14 फरवरी को मनाया जाता है, जो 7 फरवरी से शुरू होता है। लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां हर महीने ‘वैलेंटाइन डे’ होता है। इस देश में मान्यता है कि लड़कियां लड़कों को और पत्नियां अपने पतियों को गिफ्ट देती हैं।
इस देश का नाम है दक्षिण कोरिया। यह देश अपने आप में बड़ा ही अजीबोगरीब देश है। यहां की कई ऐसी रोचक बातें है, जो इस देश को दुनिया के बाकी देशों से अलग बनाती हैं। कहते हैं कि इस देश के लोग अंधविश्वासी बहुत होते हैं। यहां पूजा-पाठ भी लोग खूब करते हैं।
दक्षिण कोरिया में नंबर 4 से लोग काफी डरते हैं। उनका मानना है कि नंबर 4 जब भी बोला जाता है तो वो ‘मौत’ शब्द जैसा प्रोनाउंस होता है, इसलिए वहां के लोग इस नंबर के इस्तेमाल से बचते हैं। यहां तक कि इस देश में किसी भी बिल्डिंग में चाहे वो अस्पताल, स्कूल, ऑफिस या कोई भी इमारत हो, वहां चौथा फ्लोर नहीं होता।
इस देश के लोग लाल स्याही (रेड इंक) का इस्तेमाल करने से भी काफी डरते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि लाल रंग (रेड कलर) मौत का सिंबल होता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि दक्षिण कोरिया भी भारत की तरह ही 15 अगस्त को आजाद हुआ था। 15 अगस्त, 1945 को दक्षिण कोरिया को जापान से स्वतंत्रता मिली थी।
दक्षिण कोरिया के कानून के मुताबिक, यहां बच्चे के पैदा होते ही उसकी उम्र 1 साल मान ली जाती है। यहां का हर आदमी अपनी असली उम्र से एक साल बड़ा होता है।
दक्षिण कोरिया के कानून के मुताबिक, यहां आप कहीं भी बैठकर या खड़े होकर शराब पी सकते हैं। बार, शॉप, यहां तक कि ट्रेनों में भी लोगों को यह छूट मिलती है। यहां सड़कों या शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में लगी वेंडिंग मशीन से भी शराब बेची जाती है।
दक्षिण कोरिया में ब्लड ग्रुप को काफी अहम माना जाता है। यहां ब्लड ग्रुप से ही शख्स की असली पहचान होती है। कौन अच्छा है और कौन बुरा, इसकी पहचान यहां इंसान के ब्लड से ही होती है।
दक्षिण कोरिया में मान्यता है कि यहां एक ही सरनेम वाले लोग आपस में शादी नहीं कर सकते। यह मान्यता यहां सदियों से चल रही है। लोगों का मानना है कि एक ही सरनेम वाले लोगों की शादी करने से ब्लड (खून) अशुद्ध हो जाता है।
इस देश में हर महीने का 14वां दिन ‘रोमांटिक डे’ होता है। यहां वैलेंटाइन डे पर लड़कियां लड़कों को और पत्नियां अपने पतियों को गिफ्ट देती हैं, जबकि 14 मार्च को लड़के इस गिफ्ट से तीन गुना ज्यादा लड़कियों या पत्नियों पर खर्च करते हैं।