जाति धर्म से पहले मनुष्य होता है इंसान
सच की दस्तक डेस्क चन्दौली
हमें बेकार के आडम्बर में फंसने की बजाय मानवमात्र की सेवा करनी चाहिए, क्योंकि इससे बढ़कर दूसरा कोई धर्म नहीं है। यह कहना है राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश की सदस्य मीना चौबे के। वे मंगलवार को क्षेत्र के मारुफपुर स्थित बाबा कीनाराम खेल मैदान पर जयहिंद सेवा संस्था द्वारा आयोजित मैराथन दौड़, कम्बल वितरण और सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोल रही थीं।
उन्होंने आगे कहा कि हम चाहे किसी भी धर्म जाति के मानने वाले हों, किंतु उससे पहले हम इंसान हैं। हमें एक दूसरे के जीवन में अपना योगदान देने की जरूरत है और इस कार्य को युवा वर्ग बखूबी कर सकता है।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रपति पदक से सम्मानित पुलिस अधीक्षक चंदौली संतोष कुमार सिंह ने कहा कि देश सेवा और समाजसेवा में वहीं लोग आते जिन्हें अपने देश से प्यार होता है। धन कमाने के लिए तो बहुत सी अन्य सेवाएं हैं। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन तभी सार्थक है जब हमारी वजह से किसी का दर्द कम हो सके।
विशिष्ट अतिथि उत्तम ओझा सदस्य, केंद्रीय दिव्यांगजन सलाहकार बोर्ड भारत सरकार ने कहा कि दिव्यांग समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं। हमें उनकी हर सम्भव सहायता करनी चाहिए। सरकार ने दिव्यांगों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चला रही हैं, जिन्हें अधिक प्रचारित कर आम जनता तक पहुँचाने की जरूरत है।। विशेष आमन्त्रित अतिथि समाजसेवी आरबी यादव ने कहा कि जीवन पेट और प्रजनन के लिए नहीं मिला है। हमें इसके महत्व को समझते हुए देश और समाज हित में बड़ा काम करने की जरूरत है। मैराथन दौड़ को चौकी प्रभारी मारुफपुर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम के दौरान दो दर्जन असहाय लोगों के बीच संतोष कुमार सिंह और मीना चौबे द्वारा कम्बल वितरित किया गया। साथ ही विजेता खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र अंगवस्त्र और शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। अतिथियों का स्वागत संस्था के अध्यक्ष अरबिंद यादव और सचिव गोपाल यादव ने बुके देकर किया। संचालन संस्था के संरक्षक राकेश रौशन ने और अध्यक्षता सत्यप्रकाश राय ने किया।
इस अवसर पर समाजसेवी अरबी यादव, पवन शर्मा, बुल्लू यादव, मनोज यादव, सुधेन्दु विमल मिश्रा, आरपी यादव बुलेट, हंसराज यादव, डॉ. नदीम अशरफ, डॉ. राजेश निषाद, डॉ. धर्मराज यादव, अखिलेश अग्रहरि, काशियाना फाउंडेशन के सुमित सिंह, राजकुमार तिवारी, दुर्गेश पांडेय, गुड्डू, कन्हैया आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे।