औरैया में दलित छात्र की मौत के बाद बवाल, छात्र के परिजनों समेत 36 नामजद, ढाई सौ अज्ञात पर मुकदमा

उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में टीचर की पिटाई से दसवीं क्लॉस में पढ़ने वाले दलित छात्र की मौत के बाद हुए बवाल में पुलिस ने 35 लोगों को नामजद और 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
ओरैया में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत के बाद हुए बवाल में पुलिस ने उसके परिजनों समेत 36 लोगों को नामजद और ढाई सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मंगलवार को काफी जद्दोजहद के बाद परिजन छात्र का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए। पुलिस ने नामजद छह लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। विरोध में अछल्दा बाजार बंद रहा। दूसरी तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
अछल्दा के आदर्श इंटर कॉलेज में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्वनी सिंह की पिटाई से कक्षा 10 के छात्र निखित की हालत खराब हो गई थी। इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई। इटावा में पोस्टमार्टम के बाद शव को रास्ते में ही भीम आर्मी के लोगों ने एंबुलेंस से उतार लिया और कालेज के सामने रखकर अपनी मांगे रखीं तो पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो भीड़ ने पथराव कर दिया। इस दौरान कुछ पुलिस वालों की वर्दी फाड़ दी गई।
जबरदस्त पथराव से एएसपी, सीओ समेत फोर्स को वहां से भागना पड़ा। इसके बाद भीड़ ने पुलिस की जीप फूंक दी। साथ ही डीएम समेत पुलिस की कई गाड़ियां पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दीं। बाद में डीएम प्रकाश चंद श्रीवास्तव, एसपी चारू निगम ने मोर्चा संभाला। इसके बाद उपद्रवी वहां से भागे। आधी रात अफसर छात्र के गांव बैसोली पहुंची। सुबह अंतिम संस्कार का समय आया तो परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया।
उनकी मांग थी कि पकड़े गए लोगों को छोड़ा जाए और शिक्षक को गिरफ्तार किया जाए। मुश्किल से 11 बजे के बाद अंतिम संस्कार हो पाया। इस बीच रात भर पुलिस ने छापेमारी की और 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया। देर रात अछल्दा थाना प्रभारी ललित कुमार ने 36 लोगों को नामजद करने के साथ 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इसमें मृतक के परिजन भी शामिल हैं, हालांकि परिजनों के नाम पुलिस ने नहीं खोले हैं।
औरैया के पुलिस अधीक्षक चारु निगम के अनुसार, शिक्षक ने शुरू में लड़के के इलाज के लिए अस्पताल के खर्च का भुगतान करके सहयोग किया. हालांकि, कुछ दिनों के बाद वह पहुंच से बाहर था।
“चूंकि शिक्षक अस्पताल के खर्च का भुगतान कर रहा था, माता-पिता ने कोई मामला दर्ज नहीं किया। हालांकि, कुछ दिनों के बाद वह पहुंच से बाहर था। 24 सितंबर को आरोपी अश्विनी कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
उन्होंने कहा कि कुमार को पकड़ने के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं।
थाना अछल्दा के अन्तर्गत आदर्श इण्टर कॉलेज के शिक्षक द्वारा विद्यार्थी की पिटाई करने से हुई मृत्यु एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन किये जाने के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक औरैया @ipsCharuNigam द्वारा दी गयी बाइट। @Uppolice pic.twitter.com/eg5iLiXOAc
— Auraiya Police (@auraiyapolice) September 26, 2022
इंसाफ के लिए आखिरी सांस तक लड़ाई जारी रहेगी।#निखिल_कुमार_के_हत्यारे_को_गिरफ्तार_करो pic.twitter.com/3kQfcuj5lB
— BR Gautam (@BRGautamUP) September 26, 2022
सेप्टिसीमिया से मौत
निखित का पोस्टमार्टम इटावा में डीएम के आदेश पर दो डाक्टरों के पैनल ने किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्र के शरीर पर चोट के गंभीर निशान नहीं मिले। रिपोर्ट में मौत का कारण शरीर में सेप्टीसीमिया (संक्रमण फैलने) से दर्शायी गयी है। फिर भी शव का बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है, जिसे लैब भेजा जायेगा। डॉक्टरों का कहना है कि वह संभवतः पहले से बीमार था, कमजोर शरीर के कारण निखिल पिटायी बर्दाश्त नहीं कर सका और उसकी मौत हो गयी।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जताया दुखः सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि औरैया में एक छात्र की शिक्षक द्वारा पीटे जाने से हुई मृत्यु का समाचार दुखद ही नहीं, बेहद संवेदनशील है। सरकार यथोचित कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार को मुआवजा भी दे। शिक्षा जीवन देती है, लेती नहीं।
पुलिस ने जीप फूंकने का CCTV फुटेज जारी किया
पुलिस ने अब जीप फूंकने का CCTV फुटेज जारी किया है। इसमें 8-10 लोग गाड़ी में आग लगाते दिखाई दे रहे हैं। आग लगाने के बाद जीप को सड़क पर पलट देते हैं। वीडियो के आधार पर पुलिस इन लोगों की पहचान कर गिरफ्तारी में जुट गई है। पुलिस ने गाड़ी जलाने और तोड़फोड़ करने वाले 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

SP चारू निगम ने बताया कि उपद्रव के मामले में 35 नामजद और 200 से 250 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है। नामजद आरोपियों में मृतक के पिता राजू दोहरे का नाम भी शामिल किया गया है, जबकि अज्ञात में परिवार का नाम डाला गया है।

पुलिस ने एहतियातन औरैया के अछल्दा कस्बे के बाजार को बंद करा दिया है। पुलिस ने बाकायदा अनाउंस कर दुकानों को बंद कराया। कस्बे में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। इलाके में कई जगह पुलिस ने बैरिकेडिंग भी कर रखी है।

मृतक छात्र के परिजनों से मिले DM
मृतक के पिता से बातचीत कर DM प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया कि SC-ST मौत के मामले में मिलने वाले मुआवजे के आठ लाख रुपए में से छह लाख का मुआवजा खाते में डलवा दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने गांव में आवास एवं पट्टा की संस्तुति करने का आश्वासन दिया।
DM ने कहा कि वह परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के लिए सरकार से निवेदन करेंगे। शस्त्र लाइसेंस मांग पर मृतक के पिता ने मना कर दिया कि यह उनकी मांग नहीं है। मृतक के पिता ने कहा कि हम लोग उपद्रव नहीं चाहते हैं। कुछ उपद्रवियों ने ऐसा किया है।

गलत शब्द लिखने पर टीचर ने की थी पिटाई
बताया जा रहा है कि टीचर ने क्लास में बच्चों का टेस्ट लिया था। इसमें दलित छात्र निखित ने OMR सीट में एक खाने की जगह दो खाने ब्लैक कर दिए थे और सामाजिक विज्ञान में सामाजिक की जगह समाजक लिख दिया था। इससे नाराज टीचर ने उसे डंडे, लात और घूसों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया। इलाज के दौरान 18वें दिन उसकी मौत हो गई।

आरोपी टीचर फरार
इस घटना की जानकारी मिलते ही सोमवार को स्कूल बंद कर दिया गया। आरोपी टीचर फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शाम को शव परिजन को सौंप दिया गया। वहीं परिजन शव को एंबुलेंस से सीधे स्कूल लेकर पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। उधर भीम आर्मी के सदस्य भी गांव पहुंच गए और हंगामा कर रहे हैं।


यूपी के औरैया में टीचर की पिटाई से दलित छात्र की मौत के बाद सोमवार को जमकर उपद्रव हुआ। गांव में बच्चे का शव पहुंचने के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी फूंक दी। पुलिस पर पथराव किया। इस मामले में अभी तक कुल 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दरअसल, सोमवार को हालात इतने बेकाबू हो गए थे कि आधी रात IG और ADG को मौके पर पहुंचना पड़ा। सीनियर अफसरों ने पीड़ित परिवार से बात की। इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए परिवार राजी हुआ। मंगलवार सुबह शव के अंतिम संस्कार की तैयारियां भी शुरू हो गई थीं। लेकिन, पुलिस द्वारा उपद्रव में शामिल लोगों की धरपकड़ की सूचना के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। इससे हालात फिर बिगड़ गए। साढ़े चार घंटे की मान-मनौव्वल के बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने को मान गए।

पुलिस ने जीप फूंकने का CCTV फुटेज जारी किया
पुलिस ने अब जीप फूंकने का CCTV फुटेज जारी किया है। इसमें 8-10 लोग गाड़ी में आग लगाते दिखाई दे रहे हैं। आग लगाने के बाद जीप को सड़क पर पलट देते हैं। वीडियो के आधार पर पुलिस इन लोगों की पहचान कर गिरफ्तारी में जुट गई है। पुलिस ने गाड़ी जलाने और तोड़फोड़ करने वाले 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

SP चारू निगम ने बताया कि उपद्रव के मामले में 35 नामजद और 200 से 250 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है। नामजद आरोपियों में मृतक के पिता राजू दोहरे का नाम भी शामिल किया गया है, जबकि अज्ञात में परिवार का नाम डाला गया है।

पुलिस ने एहतियातन औरैया के अछल्दा कस्बे के बाजार को बंद करा दिया है। पुलिस ने बाकायदा अनाउंस कर दुकानों को बंद कराया। कस्बे में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। इलाके में कई जगह पुलिस ने बैरिकेडिंग भी कर रखी है।

मृतक छात्र के परिजनों से मिले DM
मृतक के पिता से बातचीत कर DM प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया कि SC-ST मौत के मामले में मिलने वाले मुआवजे के आठ लाख रुपए में से छह लाख का मुआवजा खाते में डलवा दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने गांव में आवास एवं पट्टा की संस्तुति करने का आश्वासन दिया।
DM ने कहा कि वह परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के लिए सरकार से निवेदन करेंगे। शस्त्र लाइसेंस मांग पर मृतक के पिता ने मना कर दिया कि यह उनकी मांग नहीं है। मृतक के पिता ने कहा कि हम लोग उपद्रव नहीं चाहते हैं। कुछ उपद्रवियों ने ऐसा किया है।

अखिलेश यादव ने किया ट्वीट

DM-SP की गाड़ियों में तोड़फोड़ की
पथराव करने के बाद उपद्रवियों ने एक पुलिस की जीप और चीता बाइक को आग के हवाले कर दिया। उपद्रवियों ने पुलिस फोर्स पर पथराव करते हुए 500 मीटर तक दौड़ाया। DM और SP समेत कई अफसरों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की। तोड़फोड़ और आगजनी के बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा।

गलत शब्द लिखने पर टीचर ने की थी पिटाई
बताया जा रहा है कि टीचर ने क्लास में बच्चों का टेस्ट लिया था। इसमें दलित छात्र निखित ने OMR सीट में एक खाने की जगह दो खाने ब्लैक कर दिए थे और सामाजिक विज्ञान में सामाजिक की जगह समाजक लिख दिया था। इससे नाराज टीचर ने उसे डंडे, लात और घूसों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया। इलाज के दौरान 18वें दिन उसकी मौत हो गई।

आरोपी टीचर फरार
इस घटना की जानकारी मिलते ही सोमवार को स्कूल बंद कर दिया गया। आरोपी टीचर फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शाम को शव परिजन को सौंप दिया गया। वहीं परिजन शव को एंबुलेंस से सीधे स्कूल लेकर पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। उधर भीम आर्मी के सदस्य भी गांव पहुंच गए और हंगामा कर रहे हैं।


परिजन की मांगें
- अभियुक्तों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो।
- पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए।
- पीड़ित परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।
- पीड़ित परिवार को शहरी आवास दिया जाए।
- पीड़ित परिवार को ग्राम समाज भूमि से 2 एकड़ का पट्टा दिया जाए।
- अभियुक्तों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए।
अछल्दा थाना क्षेत्र के कस्बा फफूंद रोड के आदर्श इंटर कॉलेज में वैशोली गांव निवासी निखित कुमार (15) 10वीं में पढ़ता था। उसके पिता राजू दोहरे ने बताया, ”7 सितंबर को सामाजिक विज्ञान के टीचर अश्विनी सिंह ने क्लास में टेस्ट लिया था। टेस्ट के लिए मेरे बेटे ने खूब पढ़ाई भी की थी। वह पढ़ने में ठीक था, लेकिन टेस्ट में उसने कोई शब्द गलत लिख दिया। उसी बात को लेकर टीचर अश्विनी सिंह ने मेरे बेटे को बाल पकड़ कर लात-घूसों और डंडों से इतना पीटा कि वह स्कूल में ही बेहोश हो गया।”

टीचर ने दो बच्चों की पिटाई की थी
निखित के क्लास के एक बच्चे ने बताया, ”उस दिन सरजी ने हमें भी पीटा था। वह इतने गुस्से में थे कि हम लोगों को डंडे, लात-घूंसों से पीट रहे थे। उस दिन से डर के मारे हम स्कूल भी नहीं गए। हमने घर पर भी नहीं बताया। हमें लगा कि घर पर भी पीटे जाएंगे। डर की वजह से मेरी तबीयत भी खराब हो गई थी।”

विरोध हुआ तो टीचर ने कराया था इलाज
छात्र के पिता ने बताया, ”बेटे के बेहोश होने की जानकारी होने के बाद हम लोग स्कूल पहुंचे तो पहले हमें धमकाया गया। जब हमने विरोध किया तो प्रिंसिपल के दखल के बाद टीचर अश्वनी ने उसका इलाज इटावा के एक प्राइवेट अस्पताल में कराने की बात कही। वहां करीब 40 हजार का खर्च आया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को बहुत सारी अंदरूनी चोटें आई थीं। जब इटावा के डॉक्टरों से मामला नहीं संभला तो दो दिन पहले बच्चे को लखनऊ रेफर कर दिया।”
छात्र के पिता ने कहा, ”यह जानकारी जब हमने अश्वनी सिंह को उसके घर जाकर दी तो वह नाराज हो गया। उसने हमें गालियां दीं। जाति सूचक शब्द कहे। हमें अपने घर से भगा दिया। हम फिर रविवार को थाने गए। वहां FIR दर्ज करवाई। बच्चे को हम घर ले आए थे। पुलिस ने हालात देखते हुए हमारे बच्चे को इलाज के लिए सैफई में एडमिट करा दिया। हालांकि, मामला गंभीर था और समय पर इलाज न मिलने की वजह से सोमवार सुबह मेरे बेटे निखित की मौत हो गई।”

आरोपी टीचर फरार, गांव में पहुंची भीम आर्मी
बच्चे निखित की मौत की खबर मिलते ही टीचर अश्विनी सिंह फरार हो गया है। आदर्श इंटर कॉलेज बंद है। वहीं, दलित बच्चे की मौत की खबर मिलते ही भीम आर्मी के सदस्य गांव पहुंच गए हैं। गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स भी तैनात कर दी गई है।
पिता राजू दोहरे ने बताया कि हम पति-पत्नी अभी इटावा में अपने बेटे का पोस्टमॉर्टम करा रहे हैं। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे को इंसाफ मिले। हम अपने बच्चों को स्कूलों में पढ़ाई के लिए भेजते हैं। लेकिन, टीचर उन्हें पीट-पीटकर मार डालते हैं। अछल्दा थाना प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। बच्चे की मौत की सूचना मिली है। आरोपी टीचर फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है। मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित पिता ने कहा- मैं अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजूंगा
राजू दोहरे खेती कर अपने परिवार का खर्च चलाता है। उसके निखित समेत तीन बच्चे थे। इसमें से अब निखित की मौत हो गई है। इससे राजू अब डर गया है। राजू ने बताया कि वह अपने 12 साल के बेटे राघव और 6 साल के बेटे अभिषेक को स्कूल नहीं भेजेगा।

प्रिंसिपल बोले- मैं 5 सितंबर से छुट्टी पर था
प्रधानाचार्य सुशील कुमार तिवारी ने बताया- मैं 5 सितंबर से अवकाश पर हूं। सूचना पर आज आया हूं। कार्यवाहक प्रधानाचार्य सुरेश का कहना है- मुझे घटना की जानकारी नहीं है। 3 दिन बाद जब अभिभावक शिकायत करने आए तब घटना की जानकारी हुई थी।
परिजन की मांगें
- अभियुक्तों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो।
- पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए।
- पीड़ित परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।
- पीड़ित परिवार को शहरी आवास दिया जाए।
- पीड़ित परिवार को ग्राम समाज भूमि से 2 एकड़ का पट्टा दिया जाए।
- अभियुक्तों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए।
1. औरैया में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत पर सरकारी उदासीनता व लापरवाही का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है। इंसाफ व उचित कार्रवाई के अभाव में लोग काफी आक्रोशित हैं। सरकार ऐसे संगीन मामलों को रफादफा करने के बजाय तुरन्त प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह माँग। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2022