काशी की देव दीपावली तीनो लोक से अलग
सच की दस्तक डेस्क वाराणसी
(विकास गौण की रिपोर्ट)
विश्व प्रसिद्द देव दिवाली महोत्सव जिसका इंतज़ार देश ही नही विदेशो में भी हर किसी को बेसबरी से रहता है। .वाराणसी में ये राष्ट्र एवम देश को समर्पित देव दिवाली महोत्सव का आयोजन हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी गंगा सेवा निधि द्वारा द्शावश्मेघ घाट पर किया गया और घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा बनाये गए इंडिया गेट व् अमर जवान ज्योति की अनुकृति पर 95 बटालियन सी आर पी एफ वाराणासी के कमाण्डेन्ट उदय प्रताप एवं मेजर जनरल डी ए चतुर्वेदी , लेफ्टिनेंट जनरल ए. के.भट्ट सहित एम्.वि.एस. एम. कर्नल जी आर व् वाराणासी पुलिस द्वारा रिथ लेइंग किया गया। साथ ही शहीद जवानों को 39 जी टी सी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया । पुरे कार्तिक मास में देश के वायु सेना,थल सेना, सीआरपीएफ के अमरवीर योद्धाओं,जम्मू एवं कश्मीर में हुए उरी आतंकी हमले में शहीद हुए 19 भारतीय सैनिकों की स्मृति में सन्त समागम में भगदड़ के दौरान मृत श्रद्धालुओं की आत्माओं की शान्ति के लिये व् आतंकवादी हिंसा के शिकार देशवासी। के लिए जलाये जा रहे आकाशदीप को 39 जी टी सी ,वाराणासी द्वारा जलाया गया। यह पूरा कार्यक्रम देश प्रेम को समर्पित रहा।
गंगा आरती से अभिभूत हुआ जनमानस
महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व अनिल कपूर मार्शल एस.बी पी सिन्हा, ऐव कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट कर्नल 9 जीआर मौजूद रहे। लॉरेल गेस्ट के रूप कमांडेंट उदय प्रताप सिंह 95 बटालियन सी आर पी एफ उपस्तिथ रहें ।प्र गंगा सेवा निधि ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह,रूद्र माला व् पुष्प गच्छ से स्वागत किया गया असंख्य दियो की जगमगाहट से काशी के सभी घाट का दृश्य कुछ ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे माँ गंगा सोलहो श्रृंगार कर साक्षात् धरती पर प्रकट हो गई हो. इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण का केंद्र इंडिया गेट व् अमर जवान ज्योति की अनुकृति पर 39 जी.टी.सी.बैंड धुन के साथ उनकी वीरता को नमन कर सलामी करते हुए सभी सहिदो को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया
देशी-विदेशी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति की फीस
,गंगा पूजन 21 बटुक और 42 कन्याओ व् 5 डमरू दल के स्वयं सेवको द्वारा भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया जिसमे रिद्धि-सिद्धि के रूप में कन्याओ द्वारा माँ गंगा को चवर हिलाकर माँ की आरती की .. सांस्कृतिक कार्यक्रमो की श्रृंखला के अंतर्गत इंडोनिशिया की प्रसिद्द गायिका आयु लक्ष्मी, मुम्बई के तोशी रैना एवं देश के लोकप्रिय गायक कैलाश खैर द्वारा भजन की प्रस्तुति की गयी।