यमुना जयंती पर यमुना तट पर हुआ यमुना आरती का भव्य आयोजन जिलाधिकारी हुए शामिल
० यमुना जयंती पर यमुना तट पर हुआ यमुना आरती का भव्य आयोजन
० मा. प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव जिलाधिकारी, औरैया ने उतारी यमुना मैया की पावन आरती
० श्रद्धालुओं ने अपने व अपने परिवार की सलामती के लिए किया दीपदान
एक विचित्र पहल सेवा समिति रजि. औरैया द्वारा आज दिनांक 27 मार्च-2023 दिन सोमवार को प्रातः 7 बजे यमुना जयंती के पावन अवसर पर यमुना आरती का भव्य आयोजन किया गया, पं. मधुरम अवस्थी के मंत्रोच्चार के साथ आयोजन के मुख्य अतिथि मा. प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव जिलाधिकारी, औरैया ने यमुना मैया की विधि-विधान से पूजा-अर्चना के साथ उनका गुणगान करते हुए घंटा शंख आदि ध्वनि विस्तारक यंत्रों के साथ के साथ यमुना मैया की दिव्य आरती उतारी तथा उन्होंने कहा कि आज यमुना जयंती है।
यमुना मैया जीवनदायिनी व मनवांछित फल देने वाली माता है, इनके दर्शन मात्र से ही प्राणियों के तमाम रोग शोक दुख दूर हो जाते हैं। समिति के संस्थापक आनन्द नाथ गुप्ता एडवोकेट ने बताया कि यमुना का उद्गम यमुनोत्री से है, यमुनोत्री जाए बिना उस क्षेत्र की यात्रा अधूरी मानी जाती है, गढ़वाल क्षेत्र की यह 65 सौ मीटर सबसे बड़ी चोटी है, इसे सुमेर भी कहते हैं इसके एक भाग का नाम कलिंद् है, यहीं से यमुना प्रारंभ होती हैं।
समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष नवरात्र की छठ को यमुना जयंती के पावन अवसर पर यमुना आरती का भव्य आयोजन यमुना तट पर स्थित विश्रांत पर धूमधाम से मनाया जाता हैं, यमुना मैया की आरती के उपरांत श्रद्धालुओं ने दीपदान के अंतर्गत अपने व अपने परिवार की सलामती, सुख-समृद्धि, शांति व संपन्नता हेतु अपनी आस्था का एक-एक दीपक यमुना मैया को समर्पित किया, समिति के संस्थापक ने बताया कि यमुना और यमराज परम तेजस्वी सूर्य देवता की संतान हैं।
यमराज ने अपनी बहन यमुना को वरदान दिया था कि यमुना में स्नान करने वाले प्राणी को कभी यमलोक नहीं जाना पड़ेगा, नव संवत्सर शुरू होते ही छह दिन बाद छठ को यमुना अपने भाई यमराज को छोड़कर धरा धाम पर आ गई थी, इसलिए नवरात्र छठ को यमुना जयंती धूमधाम से मनाई जाती है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महिला शाखा तुलसी की अध्यक्ष मधु शर्मा, प्रभारी लक्ष्मी बिश्नोई, संरक्षक बबिता गुप्ता, पूजा पोरवाल, डॉ.एस.एस. परिहार, मनीष पुरवार (हीरु), भीमसेन सक्सेना, आनन्द गुप्ता (डाबर), संतोष कुशवाहा, रानू पोरवाल, शेखर गुप्ता, तेज बहादुर वर्मा, आदित्य पोरवाल, योगेश गुप्ता, नरेंद्र मोहन शर्मा, सुनील अवस्थी, मनीष अग्रवाल, डॉ. शिव कुमार सोनी, अखिलेश पोरवाल, मोहित अग्रवाल लकी, अर्पित गुप्ता आदि दो सैकड़ा श्रद्धालु मौजूद रहे।