Exit poll 2019 म.प्र में गिरने वाली है कांग्रेस सरकार – बीजेपी
- भाजपा ने राज्यपाल को पत्र लिखकर विशेष सत्र बुलाने की मांग की
- नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा- एग्जिट पोल्स के मुताबिक, जनमत राज्य सरकार के खिलाफ,विश्वास साबित करे सरकार
- 230 विधानसभासीटों वालेमध्यप्रदेश में कांग्रेस के पास 114 और भाजपा के पास 109 सदस्य
Exit poll 2019 एग्जिट पोल के सामने आते ही भाजपा के खेमें में खुशी की लहर है। नेता से लेकर कार्यकर्ता जहां सरकार बनाने के सपने देख रही है वहीं कांग्रेस खेमे में यह मायूसी लेकर आया है। केंद्र सरकार में जहां कांग्रेस सत्ता प्राप्ति से दूर दिख रही है वहीं यह एग्जिट पोल मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार के लिए भी तूफान लेकर आया है।
मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने यह दावा कर दिया है कि कमलनाथ की सरकार अल्पमत में है। इसके बाद से यहां यहां सियासी हलचल तेज हो गई है। वहीं कांग्रेस ने इस आरोप को गलत बताया है।भाजपा के नेता गोपाल भार्गव ने बताया कि हमलोगों ने गर्वनर आनंदीबेन पटेल से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, क्योंकि बहुत सारी चीजों को साफ करना है।
भार्गव ने दावा किया है कि कांग्रेस की सरकार अपने आप गिर जाएगी। उन्होंने बताया कि चुनाव के एग्जिट पोल नतीजे से साफ हो गया है कि कांग्रेस के पास अब जनमत नहीं है। इस पर अब विधानसभा में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने इस संभावना से भी इन्कार नहीं किया कि शक्ति परीक्षण की मांग की जा सकती है।
वहीं इस आरोप पर कमलनाथ सरकार ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि ‘भाजपा दिन में सपने देखना बंद करे’।
बता दें कि 2018 में कांग्रेस ने भाजपा को मात देकर सरकार बनाई थी। 230 सीटों वाले विधानसभा में कांग्रेस को 114, भाजपा को 109, बसपा को दो, सपा को एक और निर्दलीय को चार सीटें मिली हैं।
इसके बाद बीएसपी और अन्य निर्दलीय विधायकों ने कमलनाथ सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया था।
इससे पहलेमध्यप्रदेश भाजपा नेराज्यपाल को पत्र लिखकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की।नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि यहां बहुत सारे मुद्दे हैं। कांग्रेस विधायकअपनी पार्टी से खुश नहीं हैं, वे पार्टी छोड़ेने के लिए तैयार हैं। इससे सरकार के पास बहुमत नहीं बचेगा।
भार्गव ने आज यहां मीडिया से कहा कि हर सर्वेक्षण में केंद्र में एनडीए सरकार तय लग रही है। नए परिप्रेक्ष्य में मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को 29 में से 26-27 सीटें आने की संभावना है। इससे साबित होता है कि कांग्रेस के पास विश्वास नहीं बचा। ये जनमत राज्य सरकार के खिलाफ आया है और इसलिए सरकार को जल्द विधानसभा का सत्र बुलवा कर सदन में विश्वास साबित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब लोगों की राय कांग्रेस के खिलाफ है, तो नया सत्र बुलवा कर जल्द चर्चा कराना भाजपा का राजधर्म है। उन्होंने दावा किया कि नतीजे एग्जिट पोल से बहुत ज्यादा अलग नहीं आएंगे।
कमलनाथ ने कहा, भाजपा पहले दिन से ही सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। हम पिछले पांच महीने में चार बार बहुमत हासिल किया। वे अगर ऐसा फिर चाहते हैं, तो हमें कोई परेशानी नहीं है। उनका खुलासा न हो इसलिए वे वर्तमान सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार फ्लोेर टेस्ट के लिए तैयार है।
कांग्रेस के पास 114,भाजपा के पास 109 सदस्य
मध्यप्रदेश में पिछले साल नवंबर-दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य में 15 साल बाद कांग्रेस की वापसी हुई है। वर्तमान में 230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 114 और भाजपा के पास 109 सीटें हैं।
पार्टी | मौजूदा विधायक |
कांग्रेस | 114 |
भाजपा | 109 |
बसपा | 2 |
सपा | 1 |
निर्दलीय | 4 |