मध्य प्रदेश के बुदनी में ढाबा संचालक की डंडों से पीट-पीटकर हत्या
होशंगाबाद। नर्मदा के पांच किमी के दायरे में आने वाले बुदनी में शुक्रवार तड़के ढाबे से अवैध शराब बेचने के कथित विवाद के बाद यादव श्री ढाबा संचालक सुरेंद्र यादव की डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। बाेलेराे से आए हत्यारे हाेशंगाबाद के शराब ठेकेदार के कर्मचारी हैं। पुलिस ने 6 आराेपियाें काे गिरफ्तार कर लिया।
दो अब भी फरार है। बुदनी SDOP एसएस पटेल ने कहा आरोपी होशंगाबाद क्षेत्र के शराब ठेकेदार से जुड़े हैं, इनका विवाद शराब और लेनदेन का है या नहीं, यह फरियादी पक्ष और ढाबा स्टाफ के बयान के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
बुदनी के यादव श्री ढाबे के संचालक सुरेंद्र यादव की शुक्रवार 4 बजे सुबह नर्मदा ब्रिज के पास डंडाें-राॅड से मारकर हत्या कर दी गई। आराेपी दाे बाइक से उनके ढाबे पर आए। खाना खाया और झगड़ा कर हाेशंगाबाद की तरफ भाग गए। ढाबे पर विवाद के बाद आराेपियाें ने अपने साथियाें काे बोलेरो से बुलाया और हनुमान मंदिर के पास सुरेंद्र पर हमला कर दिया।
सुरेंद्र काे गंभीर हालत में बुदनी के सरकारी अस्पातल में भर्ती कराया। जहां से उन्हें जिला चिकित्सालय हाेशंगाबाद रैफर किया। इलाज के दाैरान उनकी माैत हाे गई। सुरेंद्र के बड़े भाई योगेश यादव होशंगाबाद कोतवाली में आरक्षक हैं। सुरेंद्र सीहोर जिले के बजरंग दल के पूर्व जिला सह संयाेजक थे।
उनकी ढाबे पर अवैध शराब की बिक्री पर झगड़े के बाद हत्या की बात सामने आ रही है।
शुक्रवार सुबह के करीब 3:45 बजे थे। दाे बाइक से चार लाेग ढाबे पर आए। उन्हाेंने खाना खाया फिर बाहर अचानक हमारे मालिक सुरेंद्र यादव के साथ झगड़ा करने लगे। मालिक ने खुद को अकेला पाकर ढाबे के अंदर से डंडा लाने काे कहा।
ढाबे पर मैनेजर असफाक अाैर कर्मचारी भीम भी थे। गनपत भैया भी किचन में काम कर रहे थे। हमें कुछ समझ नहीं आया। झगड़ा करीब 20 मिनट तक चला। मारपीट करने वाले दाेनाें बाइक (एमपी 05 एमएस 3472 और एक बिना नंबर) छाेड़कर भागे। ढाबे से मालिक सुरेंद्र भी अपनी बाइक से हाेशंगाबाद तरफ मारपीट करने वालों को ढूंढने पहुंचे।
इसके 15 मिनट बाद एक व्यक्ति ने नर्मदा ब्रिज के पास बाेलेराे से अाए कुछ लाेग मालिक काे मार रहे हैं। हम तुरंत भागे तब तक वे लाेग भाग चुके थे। मालिक घायल पड़े थे। डायल 100 बुलाकर अस्पताल पहुंचाया। बाद में उनकी माैत की खबर मिली।
बुदनी टीआई संध्या मिश्रा के मुताबिक ढाबा संचालक सुरेंद्र की हत्या में शामिल सभी अाराेपी होशंगाबाद के शराब ठेेकेदार गुप्ता ट्रेडर्स की शराब दुकान में कर्मचारी हैं। पुलिस ने ढाबे के कर्मचारियाें के बयानाें के अाधार पर अाराेपियाें काे पकड़ा है। पूछताछ के बाद ही मामले का पूरा खुलासा हाेगा।
शराब बेचने पर विवाद की आशंका
नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान 2018 में तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चाैहान ने नर्मदा तट से 5 किमी नजदीक शराब बिक्री पर राेक लगाई थी। इसके बाद शराब की अवैध बिक्री बढ़ी।
सूत्राें के मुताबिक शराब ठेकेदार महंगी कीमत में हाेशंगाबाद में शराब बेचते हैं। ढाबा संचालक सुरेंद्र यादव की हत्या के पीछे भी इससे जुड़े कारण बताए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस ने अब तक हत्या के कारणाें का खुलासा नहीं किया है।
शुक्रवार को सुरेंद्र यादव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। शुक्रवार को ही सुरेंद्र का अंतिम संस्कार हुआ। एसडीओपी एसएस पटेल ने बताया सुरेंद्र का पोस्टमार्टम किया गया। रात तक प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई।
बुदनी छैघरा में रहने वाले सुरेंद्र परिवार में सबसे छाेटे थे। उनका रसूलिया में भी एक मकान है। सबसे बड़े भाई याेगेश काेतवाली थाने में आरक्षक के पद पर पदस्थ हैं। दूसरे नंबर के भाई मुकेश भी ढाबे पर ही बैठते हैं। सुरेंद्र की तीन साल पहले ही शादी हुई थी और एक दाे साल की बेटी भी है।
पुलिस ने हमलेश राय (नरसिंहपुर), मनीष सराफ (इटारसी), विष्णु शर्मा, अंकित और देवेंद्र शर्मा (मुरैना), दिलीप (अागरा) को गिरफ्तार कर लिया है। गणेश पंडित और पवन सिकरवार फरार हैं।