किसान मुआवजे मांग पर नहीं चेती सरकार तो होंगे गंभीर परिणाम –
रिंग रोड में कम हो मुआवजा मिलने को लेकर लगभग एक पखवाड़े से रेवसा गांव के समीप किसान न्याय मोर्चा बैनर तले चल रहे अनिश्चित कालीन हड़ताल के 18वें दिन रविवार को जनसभा में तब्दील कर डीएम को अपनी मांगों को लेकर पत्रक सौंपनेका काम किसानों ने किया।
जनसभा के दौरान किसान न्याय मोर्चा के संयोजक महेंद्र यादव एडवोकेट ने कहा कि सरकार द्वारा मनमानी तरीके से किसानों की जमीन अधिग्रहण की जा रही है।
सन 2013 के प्रावधान के अनुसार जमीन अधिग्रहण नहीं की गई तो हम किसान एक कदम पीछे हटने का काम नहीं करेंगे।संरक्षक इस्तखाराअहमद ने कहा कि नेशनल हाईवे द्वारा जिस जमीन का मुआवजा 32 लसख रुपया विश्वा के हिसाब से दिया गया है ।
उसी जमीन का रिंग रोड में 25 हजार रुपए विश्वा कृषि रेट से दिया जा रहा है। जिसमें बाउंड्री वॉल व मकान भी बना हुआ है।यह किसान कतई बर्दाश्त नहीं करेगा ।बल्कि लाठी डंडा खाने का काम जरूर करेगा। वाला बीवी किसान नेता केदार यादव ने कहा कि किसान मुआवजा को लेकर आंदोलित है ।
बावजूद इसके शासन प्रशासन के लोगों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। अगर किसान को उचित मुआवजा दिए बगैर रिंग रोड पर काम किया जाएगा तो किसान इसका पुरजोर विरोध करेगा।
भले ही प्रशासन की गोली किसान को सीने पर खाने पड़े। बावजूद इसके पीछे हटने का काम नहीं करेगा।सभा के बाद जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल को उनके कार्यालय पर पत्रक सौंपकर धरना को समाप्त किया गया।
सभा में मुख्य रूप से प्रदेश महामंत्री इंद्रजीत शर्मा, विक्की प्रधान,निरंजन यादव ,डॉ उमाशंकर यादव, चंद्रशेखर सिंह,सुरेंद्र यादव ,मोहन रसिया,अजय राय ,संतोष यादव ,कृष्णकांत यादव ,कमलेश गौड़ ,डॉक्टर स्वामीनाथ यादव,रमेश तिवारी, गोवर्धन यादव ,रामनाथ,अंबिका तिवारी,डॉ प्यारेलाल सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।