“ईशावाटिका“ में पधारे पीठाधीश्वर व आचार्य महामण्डलेश्वर
औरैया- दिनांक 16 मार्च सन् 2024, समय लगभग शाम 5.00 बजे, स्थान – औरैया जालौन चैराहा निकट स्थित अत्याधुनिक अतिथिगृह “ईशावाटिका“ में स्थित शिवमंदिर में दिव्य व भव्य नव प्राण प्रतिष्ठित स्थापित, कभी न सोने वाले, धर्म व कर्म के अनुसार फल देने वाले, लेखिनीधारक, न्याय के देवता परमपिता परमात्मा स्वरूप धर्मराज भगवान श्रीचित्रगुप्त जी की मूर्ति का दर्शन करने पधारे पीठाधीश्वर – श्रीचित्रगुप्त पीठ, वृंदावन व आचार्य महामण्डलेश्वर- पशुपति अखाडा, भारत का व इनके साथ आये विद्वान जनों का अतिथिगृह के मालिक श्री शिव कुमार श्रीवास्तव ने अपने शुभचिंतकों सहित बड़े हर्ष व उल्लास के साथ उनको माला पहनाकर व सौल उड़ाकर स्वागत व सम्मान किया।
इस अवसर पर मौजूद पीठाधीश्वर व आचार्य महामण्डलेश्वर कहा कि वे प्रभु श्री चित्रगुप्त जी का व उनकी गुन गाथा का प्रचार प्रसार करने देश व्यापी भ्रमण पर है। उन्होंने कहा कि वृंदावन में विश्व की सर्वोच्च श्री चित्रगुप्त पीठ का निर्माण कार्य हो रहा है। यहां प्रभु की 51 फीट ऊँची मूर्ति स्थापित होनी है। यहां वैदिक रीति से दिन में विवाह भी होते हैं। उन्होंने कहा कि इस “ईशा वाटिका“ में भी प्रभु की गुनगाथा के आयोजन होते रहने चाहिए।
उन्होंने इस आयोजनों में शामिल होने की इच्छा प्रकट की जिसे श्री शिव कुमार श्रीवास्तव जी ने स्वीकार किया और कहा कि हमे प्रभु की गुनगाथा में शामिल होने का गर्व है। अपने वाहनों से पधारे अथितिगण, मौके पर मौजूद उपस्थितगणों को अपने आशीर्वाद देकर कानपुर को प्रस्थान कर गये।