कोलकाता : कमिश्नर के घर पहुंची सीबीआई टीम, बचाव में उतरीं ममता बनर्जी –

नई दिल्ली/कोलकाता न्यूज –
शारदा चिटफंड घोटाले की गायब फाइलें जब्त करने कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर पहुंची सीबीआई टीम व स्थानीय पुलिस के बीच रविवार शाम टकराव हो गया। दोनों के अफसरों के बीच नौबत धक्का–मुक्की व हाथापाई तक पहुंच गई।
पुलिस ने सीबीआई के ड्राइवर और पांच सीबीआई अफसरों को गिरफ्तार कर लिया। दो जांच एजेंसियों के बीच ऐतिहासिक तकरार के बीच प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौके पर पहुंच गई।
ममता ने ट्वीट किया, ‘बीजेपी नेतृत्व का शीर्ष स्तर राजनीतिक बदले की ओछी भावना से काम कर रहा है। न सिर्फ राजनीतिक दल उनके निशाने पर हैं बल्कि पुलिस को नियंत्रण में लेने और संस्थानों को बर्बाद करने के लिए वे सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं।’
सीबीआई के जेडी के घर पहुंची पुलिस-
इस बवाल के बाद देर शाम पुलिस सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर पंकज श्रीवास्तव के घर पहुंच गई। संभवत: उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। जिन सीबीआई अफसरों को गिरफ्तार किया गया है, वे पुलिस आयुक्त कुमार के घर छापा मारने गई टीम के अगुआ थे।
ममता बनर्जी के तेवर-
पुलिस आयुक्त कुमार के बचाव में ममता बनर्जी खुद मैदान में उतर गई हैं। वह न केवल मौके पर पहुंची बल्कि उन्होंने आला अधिकारियों के साथवहीं बैठक कर सीबीआई के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। उसके बाद सीबीआई के ज्वाइंट अफसर के घर पुलिस भेजी गई।
घर तक में घुसने नहीं दिया-
राजीव कुमार जांच के घेरे में हैं। सीबीआई ने उन्हें तलब किया था, लेकिन वह नहीं पहुंचे थे। इसी सिलसिले में रविवार को सीबीआई टीम वहां पहुंची थी। सीबीआई लंबे समय से शारदा चिटफंड व रोजवैली मामले की जांच कर रही है। सीबीआई के 40 सदस्यों की टीम रविवार शाम उनके निवास पर पहुंची थी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने उन्हें कुमार के बंगले में नहीं घुसने दिया।
कुमार 1989 बैच के आईपीएस अफसर हैं और उन्होंने शारदा घोटाले की जांच करने वाले एसआईटी का नेतृत्व किया था। इस मामले से जुड़ी कुछ अहम फाइलें व दस्तावेज गायब हैं। सीबीआई इसी सिलसिले में राजीव कुमार से पूछताछ करना चाहती है। सीबीआई को डर है कि घोटाले से जु़ड़े अहम दस्तावेज नष्ट किए जा सकते हैं।
सीबीआई दफ्तर पर पुलिस का कब्जा-
इस बवाल के बाद कोलकाता पुलिस ने साल्ट लेक इलाके में स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में स्थित सीबीआई दफ्तर पर कब्जा कर लिया। छापा मारने गए सीबीआई अफसरों को पुलिस ने उनके वाहन से उतारकर अपने वाहन में बैठा लिया और उन्हें विधान नगर थाने ले जाया गया। सीबीआई के वाहन के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया। इसी दौरान दोनों पक्षों के अफसरों के बीच हाथापाई हुई। विधाननगर पुलिस ने सीबीआई दफ्तर पर कब्जा कर लिया।
पूछताछ व गिरफ्तारी की आशंका-
राजीव कुमार के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। राज्य के डीजीपी समेत तमाम आला अधिकारी कुमार के घर पहुंच गए थे। माना जा रहा है कि सीबीआई छापे के माध्यम से डीसीपी कुमार को गिरफ्तार करना चाहती थी।
इन घोटालों के सिलसिले में सीबीआई पूछताछ के लिए राजीव कुमार का पता लगाने की कोशिश कर रही है। शनिवार को केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा था कि अंतिम उपाय यही है कि कोलकाता पुलिस प्रमुख को गिरफ्तार किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे आईपीएस अधिकारी एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए भेजे नोटिसों पर जवाब नहीं दे रहे हैं। बनर्जी ने कहा, ‘कोलकाता पुलिस आयुक्त दुनिया में सबसे बेहतरीन अधिकारियों में शुमार हैं। उनकी सत्यनिष्ठा, बहादुरी और ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। वह चौबीसों घंटे काम करते हैं। आप झूठ फैलाते हैं, झूठ हमेशा झूठ ही रहेगा।’
राजीव कुमार 1989 बैच के पश्चिम बंगाल काडर के आईपीएस अधिकारी हैं। पिछले सप्ताह वह निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे।