डीलेड प्रशिक्षुओं के कार्यशाला का हुआ समापन्न
सच की दस्तक डेस्क चन्दौली(मनोज उपाध्याय)
जनपद चंदौली के सैयदराजा स्थिति राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में 12 दिवसीय डिलेड कार्यशाला का समापन हुआ। जानकारी के अनुसार इस कार्यशाला में बच्चों को पढ़ाने के तरीके विपरीत परिस्थिति में बच्चों की योग्यता के अनुसार उसे आगे ले जाने जैसे योजनाओं को किस प्रकार शिक्षक कार्यान्वित करें उसको इस कार्यशाला में बताया गया । इस कार्यशाला में लगभग 40 प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण में हिस्सा लिया ।
समापन के अवसर पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ कनक लता ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक शिक्षक सबसे पहले बच्चों की इच्छाओं के अनुकूल अपने आप को ढाल कर शिक्षा के प्रति रुचि पैदा करते हैं। जिसके कारण वह बच्चा पढ़ने के लिए तत्पर हो जाता है तभी शिक्षक की सफलता मानी जाती है । एक प्रकार से कहा जाए की शिक्षक स्वयं को बच्चों की लेवल तक ले जाता है। उसे उसकी सोच के अनुसार शिक्षित करता है ।
वहीं डिलेड की कोऑर्डिनेटर स्वेता सिंह ने कहा कि हर शिक्षक पहले एक विद्यार्थी होता है और परिस्थिति से सीखता रहता है। और उसके बाद ही शिक्षक अपने विद्यार्थियों के लिए आदर्श बन सकता है। इस अवसर पर कोऑर्डिनेटर स्वेता सिंह ने जानकारी देते कहा कि यदि इस 12 दिवसीय कार्यशाला में कोई प्रशिक्षु छूट गया हो तो 5 जनवरी से पुनः प्रशिक्षण का कार्य कर सकता हैं।
इस अवसर पर प्रशिक्षुओं ने एक विदाई समारोह का भी आयोजन किया जिसमें प्रशिक्षुओ द्वारा अपने शिक्षकों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अनीता सिंह, सुशीला , डॉ विजयलक्ष्मी ,लीना, शिवांगी ,कुसुमलता ,मीरा अध्यापिकाओ सहित काफी संख्या में प्रशिक्षु उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का संचालन मनोज उपाध्याय ने किया।