कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के खिलाफ़ चुनाव में उतरीं साध्वी प्रज्ञा-
मध्यप्रदेश की भोपाल सीट पर अब मुकाबला दिलचस्प हो गया है। यहां से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने बुधवार शाम को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
बुधवार को दोपहर दो बजे प्रज्ञा सिंह ठाकुर भाजपा कार्यालय पहुंची और प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। इसके दो घंटे बाद 4 बजे प्रज्ञा सिंह के नाम का ऐलान कर दिया। प्रज्ञा के अलावा गुना से केपी सिंह, सागर से राज बहादुर सिंह, विदिशा से रमाकांत भार्गव का नाम शामिल हैं।
इससे पहले भोपाल स्थित रिवेयरा टाउनशिप में प्रज्ञा ठाकुर के घर पर सुबह से ही कार्यकर्ताओं का आना-जाना चलता रहा था। इसके अलावा कई बार भाजपा संगठन से फोन पर उनके दस्तावेजों के बारे में जानकारी ली जाती रही। प्रज्ञा ठाकुर ने भी मीडिया को दिए इंटरव्यू में साफ कहा था कि पार्टी चाहेगी तो वे दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार हूं। मैं उनकी जमानत जब्त करवा दूंगी।
सागर, विदिशा, भोपाल और गुना-शिवपुरी संसदीय सीट पर 12 मई को वोटिंग होना है। नामांकन के लिए मंगलवार से अधिसूचना जारी हो चुकी है।
इस बार के लोकसभा चुनाव में जिस एक सीट पर पूरे देश की नजर है, वो भोपाल है। यहां से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन उनके खिलाफ भाजपा अब तक अपना उम्मीदवार नहीं तय कर पाई है।
ऐसी खबरें सामने आ रही है कि संघ के दखल के बाद भाजपा दिग्विजय सिंह के खिलाफ किसी कट्टर हिंदूवादी नेता को टिकट दे सकती है। इस रेस में मालेगांव धमाके में आरोपी रही साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि अभी तक उनके नाम पर मुहर नहीं लगी है।
इस बीच साध्वी प्रज्ञा ने साफ कर दिया कि अगर भाजपा उन्हें टिकट देगी तो वो चुनाव लड़ने को तैयार हैं। वहीं दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर उन्होंने साफ कर दिया कि दिग्विजय सिंह न तो मेरे लिए और न ही भाजपा के लिए चुनौती हैं।
धर्म पर चलने वाले लोग, राष्ट्र के लिए जीने-मरने वाले लोग जहां खड़े होते हैं। वहां अधर्म का कोई अस्तित्व नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने दिग्विजय सिंह के मंदिर-मंदिर घूमने पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि जनता उनके असली चेहरे को जानती है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिग्विजय सिंह पर उन्हें मालेगांव धमाके में फंसाने का आरोप लगाया। वहीं उम्मीदवार तय करने में हो रही देरी को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि, भाजपा का संगठन मजबूत है। पार्टी ने किसी रणनीति के तहत ही देरी की होगी।