मैं भी चौकीदार हूं मुहिम : सभी विपक्षी साथ खड़े हैं,केवल उसे हराने को –
सभी विपक्षी एक साथ खड़ी
एक अकेला पार्थ खडा है,
भारत वर्ष बचाने को।
सभी विपक्षी साथ खड़े हैं,
केवल उसे हराने को।।
भ्रष्ट दुशासन सूर्पनखा ने,
माया जाल बिछाया है,
भ्रष्टाचारी जितने कुनबे,
सबने हाथ मिलाया है।।
समर भयंकर होने वाला,
आज दिखाईं देता है,
राष्ट्र धर्म का क्रंदन चारों,
ओर सुनाई देता है।।
फेंक रहें हैं सारे पाँसे,
जनता को भरमाने को,
सभी विपक्षी साथ खड़े हैं
केवल उसे हराने को।।
चीन और नापाक चाहते,
भारत में अंधकार बढ़े,
हो कमजोर वहाँ की सत्ता,
अपना फिर अधिकार बढे।।
आतंकवादी संगठनों का,
दुर्योधन को साथ मिंला,
भारत के जितने बैरी हैं,
सबका उसको हाथ मिला।।
सारे जयचंद ताक में बैठे,
केवल उसे मिटाने को,
सभी विपक्षी साथ खड़े हैं,
केवल उसे हराने को ।।
भोर का सूरज निकल चुका है,
अंधकार घबराया है,
कान्हा ने अपनी लीला में,
सबको आज फँसाया है।।
कौरव की सेना हारेगी,
जनता ही साथ निभायेगी,
अर्जुन की सेना बनकर के,
नैया पार लगायेगी ।।
ये महाभारत फिर होगा,
हाहाकार मचाने को,
सभी विपक्षी साथ खड़े हैं,
केवल उसे हराने को ।।
लेखक-✍️प्रभाकर मिश्रा