महबूबा मुफ्ती बयान, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को एक और मौका मिलना चाहिए-
पुलवामा आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम व पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि वह पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के सबूत वाले बयान से असहमत हैं। पठानकोट मामले में भारत ने डोजियर सौंपा था लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि इमरान खान को एक और मौका मिलना चाहिए।
गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत की सख्ती से पाकिस्तान में घबराहट का माहौल है। यही कारण है कि अब पाक पीएम इमरान खान को सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा है। इमरान ने मीडिया से रूबरू होकर पुलवामा हमले पर अपनी सफाई दी।
14 फरवरी को हुए हमले में अपने 40 वीर सपूतों को खोने के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है। भारत ने सबसे पहले पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीना। इसके बाद जी-20 देशों से बात कर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया।
इमरान खान ने कहा कि बिना सबूत से पाकिस्तान पर इल्जाम लगाया गया है। पाकिस्तान को पुलवामा हमले से क्या मिलता। हर बार पाक पर इल्जाम क्यों लगाया जाता है। भारत ने कोई सबूत नहीं दिया है। यदि सबूत मिलता है, तो कार्रवाई की गारंटी देता हूं। पुलवामा हमले में पाकिस्तान का हाथ नहीं है। हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं।
इमरान खान ने कहा कि ये नया पाकिस्तान है। हम दहशतगर्दी पर बात करने के लिए तैयार हैं। आतंकवाद से पाकिस्तान को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सफाई देते हुए पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने कहा कि सोशल मीडिया में बातें हो रही हैं कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए। पाकिस्तान से बदला लिया जाए।
बातों-बातों में उन्होंने भारत को धमकी दे दी है कि यदि भारत ने कोई कार्रवाई की, तो पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करने का सोचेगा नहीं, बल्कि कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि यदि हम पर युद्ध थोपा गया, तो हम करारा जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि जंग शुरू करना तो आसान है, लेकिन खत्म करना हमारे हाथ में नहीं है। अगर ऐसा हुआ, तो अल्लाह बेहतर जाने कि जंग का क्या नतीजा होगा। इमरान खान की बातों से साफ होता है कि उन्होंने अपनी जमीन से आतंकी गतिविधियों की बात को सिरे से खारिज कर दिया है और भारत पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इमरान खान ने कहा कि भारत को खुद आंकलन करना चाहिए कि कश्मीर का युवा मरने के लिए क्यों तैयार हो गया है। वह आतंकी गतिविधियों में क्यों शामिल हो रहा है।