भाजपा विधायक सपा उम्मीदवारों के लिए बन रही रणक्षेत्र

सच की दस्तक डेस्क चन्दौली
एक तरफ इन दिनों भाजपा की विधायक साधना सिंह द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ दिए गए अमर्यादित बयान सपा व बसपा के लिए बैठे बैठाए एक मुद्दा दे दिया है वही दूसरी तरफ इसी बहाने लोकसभा प्रत्याशी अपनी मजबूत दावेदारी पेश की जा रही है।
पिछले शनिवार को भाजपा की मुगलसराय विधानसभा की विधायक साधना सिंह ने उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी जिसके बाद बसपा से ज्यादा मुखर विरोध सपा ने किया। रविवार को पूरे दिन समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह धरना दिया और विधायक के पुतले फूंके साथ ही साथ पुलिस अधीक्षक आवास का घेराव किया और बबुरी थाने पर धरने पर बैठकर विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का प्रयास प्रशासन से मांग करते रहे। सबसे बड़ी बात यह रही कि इसमें बहुजन समाज पार्टी टीम बी की भूमिका में दिखाई पड़ी। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि यह विरोध केवल समाजवादी पार्टी के अन्दर लोकसभा के लिए अपनी उम्मीदवारी को पुख्ता करने के लिए किया गया। लोगों का एक तरफ पूर्व सांसद रामकिशुन अपने दल बल के साथ एसपी आवास पर धरना देने पहुंचे तो दूसरी तरफ आनन-फानन में सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने पत्रकार वार्ता कर अमर्यादित बयान पर कड़ा विरोध प्रकट किया और भाजपा विधायक साधना सिंह पर मुकदमा करने की मांग करते नजर आए। इस प्रकार सपा का विरोध साफ संकेत दे रहा था कि लोकसभा चुनाव अभी 3 महीने बाकी हैं लेकिन जिस प्रकार सपा बसपा में गठबंधन हुआ है उसके मुताबिक यदि समाजवादी पार्टी को उम्मीदवारी पेश करने के लिए मिले तो कौन कौन इस के दावेदार हो सकते हैं ।
इस विरोध के माध्यम से समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो तक बात चली जाए और इसी बात के जरिए अपनी पुख्ता उम्मीदवारी जनमानस के सामने रखी जाए। राजनीतिज्ञ समझ रहे हैं कि क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी दूसरे नंबर पर रही थी इसके कारण सपा बसपा में गठबंधन के तहत बहुजन समाज पार्टी का उम्मीदवार ही गठबंधन का प्रतिनिधित्व करेगा। इस बात से बेखबर बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वयं को बी टीम के रूप में ही पेश किया। क्योंकि बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता पहले ही मान चुके हैं कि चन्दौली लोकसभा सीट से बहुजन समाजवादी पार्टी का ही चुनाव लड़ेगा। ऐसे जो भी हो गठबंधन का प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही तय हो पायेगा की कौन इस सीट से चुनाव लड़ेगा। ऐसे सपा से पूर्व सांसद रामकिशुन यादव व सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू के चर्चे है। बसपा से पूर्व सांसद कैलाश नाथ यादव का नाम आगे चल रहा है