मध्य प्रदेश में चुनाव ड्यूटी के दौरान कर्मचारियों की तबियत बिगड़ी –
भोपाल मध्य प्रदेश
15/10/2018
भोपाल से –
मध्य प्रदेश में चुनाव की तारिख का ऐलान होते ही नेताओं की नींद उड़ गई है| वहीं प्रदेश भर में कर्मचारियों को बुखार चढ़ गया है| आप सोच रहे होंगे एक साथ सबको कैसे बुखार चढ़ा| बता दें कि जैसे नेताओं को चुनाव जीतने की चिंता सता रही है| इस कारण उन्हें अब नींद नहीं आ रही| ठीक इसके उलट कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी की चिंता सता रही है, जिससे बचने के लिए अचानक कर्मचारियों को बुखार चढ़ गया है| अलग अलग कर्मचारियों की अलग अलग बीमारियों की सूचना कलेक्टर तक पहुँच रही है|
सरकारी विभागों से पहुंची कर्मचारियों की सूची में आधे से ज्यादा के सामने अस्वस्थ लिखा हुआ है। इस पर कलेक्टर समेत अन्य निर्वाचन अधिकारियों ने नाराजगी जताई है। उन्होंने विभागीय प्रमुखों को पत्र लिखकर चेतावनी जारी कर दी है। इसमें स्पष्ट कहा गया है कि कोई भी कर्मचारी बिना विभाग प्रमुख की अनुशंसा के छुट्टी या कार्यमुक्ति का आवेदन नहीं कर सकेगा। उनके आवेदनों पर विचार मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा पर ही होगा। कर्मचारियों की ओर से कहा जा रहा है चुनाव के दौरान तबीयत खराब हो सकती है, इसलिए चुनावी ड्यूटी से नाम कटवा दिया जाए।
भोपाल में करीब 300 से ज्यादा कर्मचारी और अफसरों के विभिन्न प्रकार की बीमारियों के आवेदन सातों विधानसभा के एसडीएम दफ्तरों में पहुंच चुके हैं। यही हाल हर जिले में है| हर आवेदन में चुनावी ड्यूटी कैंसिल कराने की मांग की गई है। एडीएम दफ्तरों में पहुंचे आवेदन की जांच की जा रही है|
आचार संहिता लगने के बाद कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने जिले की सातों विधानसभाओं में चुनाव कराने के लिए जिले के करीब 15 हजार कर्मचारियों का डेटाबेस तैयार कर लिया है। इन कर्मचारियों की ड्यूटी चुनावी काम में लगाई जाएगी। चुनाव ड्यूटी लगाने के लिए रोजाना कर्मचारियों को जिला निर्वाचन दफ्तर से नोटिस जारी किए जा रहे हैं।