मिस्र में पकड़ा गया नीरव मोदी का साथी सुभाष शंकर, देश लेकर लौटी CBI: PNB स्कैम
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (PNB Scam) में केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) को बड़ी सफलता मिली है। सीबीआई ने भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी के अहम सहयोगी सुभाष शंकर परब (Subhash Shankar Parab) को मिस्र से भारत वापस लाने में सफलता हासिल की है। सुभाष शंकर 2018 में नीरव मोदी के साथ देश छोड़कर भाग गया था। सीबीआई उसे लंबे समय से भारत वापस लाने की कोशिश में थी। अब उसे कोर्ट में पेश कर जाँच एजेंसी हिरासत की माँग करेगी।
नीरव मोदी के करीबी सुभाष शंकर को मिस्त्र की राजधानी काहिरा से पकड़ा गया है। सीबीआई मंगलवार (12 अप्रैल 2022) सुबह उसे लेकर मुंबई आई। 2018 में दर्ज हुए केस के बाद से ही सुभाष शंकर फरार चल रहा था। 2018 में इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी किया था। जानकारी के मुुताबिक सुभाष शंकर फायरस्टार डायमंड में डिप्टी जनरल मैनेजर (फाइनेंस) था और वह 7000 करोड़ रुपए के नीरव मोदी बैंक फ्रॉड में एक मुख्य आरोपित है। इसके साथ ही उसने नीरव की फर्जी कंपनियों में फर्जी डायरेक्टर (Dummy Director) रखने में अहम भूमिका निभाई थी।
नीरव के भाई नेहल को जब पता चला कि भारतीय जाँच एजेंसियाँ उन्हें ढूँढ रही है तो उन्होंने सुभाष परब को काहिरा में डमी निदेशकों को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया था। ये डमी निदेशक हांगकांग में थे, जहाँ से वे धोखाधड़ी में शामिल नीरव की फर्जी कंपनियों के मामलों की देखरेख किया करते थे। सीबीआई और ईडी द्वारा केस दर्ज करने के बाद नीरव मोदी के सौतेले भाई नेहल मोदी ने सभी डमी निदेशकों के मोबाइल फोन नष्ट कर दिए और सुभाष परब की मदद से उन्हें काहिरा शिफ्ट कर दिया।
गौरतलब है कि भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13,578 रुपए का लोन लेकर धोखाधड़ी करने का आरोप है। नीरव मोदी लंदन भाग गया था। इसके बाद लंदन की अदालत ने उसे वहाँ की जेल में बंद करने का आदेश दिया। भारत की जाँच एजेंसी उसे लगातार देश वापस लाने की कोशिश कर रही है। ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पण करने का आदेश दे चुकी है। हालाँकि नीरव मोदी ने मानसिक स्वास्थ्य और मानवाधिकारों का हवाला देते हुए इसे चुनौती दे रखी है।