आ गयी पॉकेट वाली साड़ी – देख महिलाएं मुस्कुरायीं
साड़ी भारतीय संस्कृति की पहचान है, जिसे बीते कुछ दशकों में पाश्चात्य पहनावे ने चलन से लगभग बाहर ही कर दिया था। सलवार सूट और जींस-टॉप का पहनवा सहज होने से भारतीय युवतियों का साड़ी से मोह भंग सा हो गया गया था, पर आज साड़ी की लोकप्रियता बढ़ी है। युवतियों की बात करें तो हैरानी होगी कि साड़ी का फैशन अब उन्हें खूब रास आ रहा है। कॉरपोरेट जगत से जुड़ी वर्किंग वुमन हो या फिर कॉलेज गोइंग गर्ल्स, उन्हें पार्टियों में तरह-तरह की साड़ियां पहना पसंद आ रहा है। यह चाहे उनकी साड़ी के प्रति दीवानगी हो या फिर टीवी सीरियलों ने क्रेज बढ़ाया हो, फिलहाल कारण कुछ भी हो साड़ी ने एक बार फिर युवतियों के बीच अपनी खास जगह बना ली है।
अभी तक पैंट और जींस में जेब यानि पॉकेट के बारे में सुना होगा, लेकिन बहुत जल्द पॉकेट वाली साड़ी भी बाजार में देखने को मिलेगी। युवतियों की पसंद बनी साड़ी को सहज बनाने के लिए खास डिजाइन किया गया है। अभी तक बाजार में रेडिमेड साड़ी या फिर लहंगा साड़ी की डिमांड रही है, लेकिन साड़ी का क्रेज कॉरपोरेट जगत से जुड़ी वुमन और कॉलेज गोइंग गर्ल्स में देखते हुए उनकी सुविधा के अनुसार, खास तरह का बनाया गया है।
साड़ी के पहनावे में सबसे बड़ी असहज स्थिति युवतियों में मोबाइल आदि रखने को लेकर होती है। जींस-पैंट आदि में वह इसके लिए सहज महसूस करती हैं, लेकिन पार्टी आदि के समय साड़ी पहनने पर उन्हें ऐसी दिक्कत से रू-ब-रू होना पड़ता है। महिलाओं को भी छोट पर्स या हैंडबैग लेकर चलना पड़ता है, जिससे उनका एक हाथ तो हमेशा भरा रहता है। इसी असहजता का समाधान करते हुए सूरत के कपड़ा व्यापारियों ने शिफॉन कि ऐसी साडिय़ां डिजाइन की है, जिसमें जेब लगी है। व्यापारियों का मानना है कि ये साड़ियां महिलाओं की असहज स्थिति को दूर करेंगी और साड़ी के प्रति उनका आकर्षण और बढ़ाएंगी। उन्हें उनका सबसे महत्वपूर्ण साथी मोबाइल, रुपये आदि रखने में सहूलियत मिलेगी।
पॉकेट साड़ी को खास तरह से डिजाइन किया गया है। साड़ी को पहनने के बाद पॉकेट ठीक बाएं हाथ के नीचे आती है। साड़ी में पॉकेट का डिजाइन भी ऐसा है, जो उससे मैच कर रहा है और दूर से देखने में लगता है कि कोई डिजाइनर बैग लटका रखा है। साड़ी में पॉकेट दूर से देखने पर खासा आकर्षित करती है। पॉकेट में जगह भी भरपूर दी गई है, जिसमें मोबाइल के अलावा क्रेडिट कार्ड केस आदि रखा जा सकता है।
साड़ी में लगे पॉकेट के आकर्षक लुक के कारण महिलाओं में दिलचस्पी देखने को मिल रही है। वो पॉकेट साड़ी खरीदने के लिए काफी उत्साहित भी हैं। इन साड़ियों की कीमत भी सामान्य अधिक नहीं है, इसलिए बाजार में कैटलॉक देखकर ही इन साडिय़ों की बुकिंग शुरू हो गई है। नौघड़ा कपड़ा कमेटी के अध्यक्ष शेष नारायण त्रिवेदी के मुताबिक, सूरत से कानपुर बाजार आए एजेंट ने पॉकेट साडिय़ों के काफी ऑर्डर बुक किए हैं। फिलहाल एक हजार रुपये से लेकर तीन हजार रुपये तक की पॉकेट साड़ी बाजार में उपलब्ध होगी।देश के कई शहर जैसे अंबाला में इसका फैशन चल रहा है और मुंबई में भी यह पसंद की जा रही है तो जाहिर है अन्य शहरों में भी जल्द ही यह बाजार में दिखाई देगी।
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