PM Modi Oath Ceremony 2019: नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार ली प्रधानमंत्री पद की शपथ –
इस बार 57, इनमें 19 नए चेहरे; 25 कैबिनेट, 9 स्वतंत्र प्रभार और 24 राज्य मंत्री
- लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 71 हो गई थी
- इस बार कुल 6 महिला मंत्री; उत्तर प्रदेश के आठ मंत्री बने
- स्मृति (43) सबसे युवा, पासवान (72) सबसे उम्रदराज; पासवान को छोड़कर सभी मंत्री आजादी के बाद जन्मे
- जेपी नड्डा मंत्री नहीं बने, उनके भाजपा अध्यक्ष बनने की संभावना; मेनका, राज्यवर्धन, सुरेश प्रभु, जयंत सिन्हा बाहर
- जदयू ने मंत्री पद ठुकराया, नीतीश ने कहा- सांकेतिक तौर पर सरकार में शामिल होने का कोई मतलब नहीं था
ग्लोबल लीडर बनकर उभरे नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने गुरूवार लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते हुए देश की कमान संभाल ली। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में हजारों लोगों व अनेक खास मेहमानों की मौजूदगी में उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मोदी के साथ भाजपा नीत राजग मंत्रिपरिषषद में पीएम मोदी के अलावा कुल 57 मंत्री बनाए गए हैं। मप्र से नरेंद्र सिंह तोमर व थावरचंद गहलोत फिर कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं, जबकि प्रहलाद पटेल को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार व फग्गन सिंह कुलस्ते को राज्यमंत्री बनाया गया है।
मोदी की टीम-2.0 में सबसे चमकता नाम अमित शाह का है, जो पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं। उन्हें राजनाथ सिंह के बाद शपथ दिलाई गई। माना जा रहा है कि वह वित्त मंत्रालय की कमान संभाल सकते हैं। 2014 में कुल 45 मंत्रियों ने शपथ ली थी, इनमें 23 कैबिनेट, 10 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री व 12 राज्यमंत्री थे।
मोदी मंत्रिमंडल एक नजर में
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
24 कैबिनेट मंत्री .. राज्य
राजनाथ सिंह उप्र
अमित शाह गुजरात
नितिन गडकरी महाराष्ट्र
सदानंद गौड़ा कर्नाटक
निर्मला सीतारमन तमिलनाडु
रामविलास पासवान बिहार
नरेंद्र सिंह तोमर मप्र
रविशंकर प्रसाद बिहार
हरसिमरत कौर पंजाब
थावरचंद गहलोत मप्र
एस. जयशंकर दिल्ली
रमेश पोखरियाल निशंक उत्तराखंड
अर्जुन मुंडा झारखंड
स्मृति ईरानी उप्र
डॉ. हषर्षवर्द्धन दिल्ली
प्रकाश जावड़ेकर राज्यसभा (मप्र)
पीयूष गोयल महाराष्ट्र
धर्मेद्र प्रधान ओडिशा
मुख्तार अब्बास नकवी राज्यसभा
प्रहलाद जोशी कर्नाटक
महेंद्र नाथ पांडेय उप्र
अरविंद सावंत (शिवसेना) महाराष्ट्र
गिरिराज सिंह बिहार
गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान
ये बने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
संतोष गंगवार उप्र
डॉ. जितेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर
श्रीपद नाईक गोवा
राव इंद्रजीत सिंह हरियाणा
किरण रिजिजू अरुणाचल
प्रहलाद पटेल मप्र
आरके सिंह बिहार
हरदीप सिंह पुरी पंजाब
मनसुख मांडविया गुजरात
राज्य मंत्री
फग्गनसिंह कुलस्ते मप्र
अश्विनी कुमार चौबे बिहार
अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान
जनरल (सेनि) वीके सिंह उप्र
कृष्ण पाल गुर्जर हरियाणा
राव साहब दानवे महाराष्ट्र
जी. कृष्ण रेड्डी तेलंगाना
पुरुषोत्तम रुपाला गुजरात
रामदास अठावले महाराष्ट्र
साध्वी निरंजन ज्योति उप्र
बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल
संजीव बालियान उप्र
संजय धोत्र महाराष्ट्र
अनुराग ठाकुर हिमाचल
सुरेश अंगाड़ी कर्नाटक
नित्यानंद राय बिहार
रतनलाल कटारिया हरियाणा
वी. मुरलीधरन महाराष्ट्र राज्यसभा
रेणुका सिंह छत्तीसगढ़
सोम प्रकाश पंजाब
रामेश्वर तेली असम
प्रताप चंद्र सारंगी ओडिशा
कैलाश चौधरी राजस्थान
देबोश्री चौधरी पश्चिम बंगाल
राज्य का प्रतिनिधित्व
पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल के मंत्रिमंडल में लगभग सभी राज्यों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई। कैबिनेट के 24 मंत्रियों में 4 उप्र से, एक गुजरात से, 3 बिहार से, महाराष्ट्र से पांच, उत्तराखंड से एक, झारखंड से दो, पंजाब से एक, कर्नाटक से दो, मध्य प्रदेश से दो, राजस्थान,दिल्ली और ओडिशा से एक-एक मंत्री शामिल हैं। स्वतंत्र प्रभार के 9 में उप्र से दो, हरियाणा से एक, गोवा से एक, बिहार से एक, अरुणाचल से एक, जम्मू-कश्मीर से एक, गुजरात से एक और मध्य प्रदेश से एक मंत्री हैं। वहीं, राज्य मंत्रियों में उप्र से चार, राजस्थान, बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र से तीन, एमपी,गोवा, हरियाणा, तेलंगाना, असम, गुजरात, पंजाब, हिमाचल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बिहार से एक-एक मंत्री हैं।
राज्यसभा और लोकसभा का प्रतिनिधित्व
अब मंत्री परिषद में ऊपरी और निचले सदन के प्रतिनिधित्व की बात करें तो पीएम मोदी को छोड़कर 57 मंत्रियों में 8 राज्यसभा से हैं। 47 लोकसभा से सांसद हैं जबकि एस. जयशंकर और एलजेपी चीफ राम विलास पासवान किसी भी सदन का प्रतिनिधित्व नहीं करते। उन्हें अगले छह महीने के भीतर दोनों में से किसी एक सदन की सदस्यता लेनी होगी।
सुषमा स्वराज भी मंत्री नहीं बनीं
अरुण जेटली के साथ ही सुषमा स्वराज भी इस बार मंत्री नहीं बनीं। बीमारी की वजह से जेटली तो शपथ समारोह में भी शरीक नहीं हुए, जबकि सुषमा राष्ट्रपति भवन पहुंचीं, लेकिन अग्रिम पंक्ति में बैठे सभी नेताओं से मुलाकात के बाद उन्हीं की पंक्ति में बैठीं। सुषमा भी किडनी की बीमारी के बाद से अस्वस्थ रहती हैं। विदिशा से सांसद रहीं सुषमा स्वराज ने इस बार लोस चुनाव भी नहीं लड़ा है। देखना होगा कि वह राज्यसभा सदस्य बनती हैं या नहीं।
मेनका, राज्यवर्द्धन, प्रभु नदारद
नमो टीम-2.0 में मेनका गांधी, राज्यर्द्धन सिंह, सुरेश प्रभु मंत्रिमंडल में जगह नहीं पा सके हैं।
वाघाणी की बधाई से उजागर हुआ अमित शाह का नाम
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नाम को लेकर बुधवार-गुरुवार को दिनभर सस्पेंस बना रहा। शपथ के करीब एक घंटे पहले गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने उनके मंत्री बनने का साफ संकेत दिया। वाघाणी ने शाह को बधाई देते हुए कहा था कि वह मंत्री बनने जा रहे हैं।
सरकार में नहीं, राजग में बने रहेंगे : नीतीश कुमार
जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा है कि उनकी पार्टी ने भाजपा के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। हालांकि जदयू राजग में बनी रहेगी। बताया गया है कि भाजपा ने मात्र एक मंत्री पद देने की पेशकश की थी, लेकिन वह पार्टी को रास नहीं आई। जदयू ने एक कैबिनेट, एक राज्यमंत्री व एक राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री का पद मांगा था।
ये हस्तियां बनीं शपथ की साक्षी
-राजनीतिक जगत : लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन, योगी आदित्यनाथ, विजय रूपानी, डॉ. मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद, प्रकाश सिंह बादल, उद्धव व आदित्य ठाकरे, नीतीश कुमार, अनुप्रिया पटेल, एचडी कुमारस्वामी, अरविंद केजरीवाल, मुलायम सिंह यादव।
-आध्यात्मिक जगत : स्वामी अवधेशानंद, जग्गी वासुदेव, साध्वी ऋतंभरा
-कला क्षेत्र : रजनीकांत, आशा भोंसले, करण जौहर व अन्य।
-न्याय व प्रशासन : सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा
उद्योग जगत : रतन टाटा, मुकेश व नीता अंबानी,
बिमस्टेक देशों के ये प्रमुख रहे मौजूद
-बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद
-श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना
-नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली
-किर्गिजस्तान के राष्ट्रपति सोरोनबाय जेनेबकोव
-म्यांमार के राष्ट्रपति विन मिंट
-मॉरीशस के पीएम प्राविन्द जगन्नाथ
-भूटान के पीएम लोतेय त्शेरिंग
आज के दिन की शुरुआत नरेंद्र मोदी ने दिन की शुरुआत आदर्शों को नमन के साथ की। वॉर मेमोरियल पहुंचकर पीएम मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले वे राजघाट पहुंचे। जहां महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राजघाट और अटल समाधि स्थल पर जाने के बाद नरेंद्र मोदी वॉर मेमोरियल पहुंचे। यहां पर उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, तीनों सेना के प्रमुख भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी के इस ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी शामिल हुए। इसके अलावा विपक्ष के कई नेता भी मौजूद रहे। हालांकि ममता बनर्जी शपथ समारोह का हिस्सा नहीं हुईं। बता दें कि भाजपा अकेले अपने दम पर इस बार 303 सीटें हासिल करने में कामयाब रही हैं। वहीं एनडीए को 353 सीटें मिली है।