प्रान्तीय महासचिव नरेंद्र विक्रम सिंह ने कहा अन्याय के विरुद्ध होगा आंदोलन
मुजफ्फरनगर । डेस्क सच की दस्तक
दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में जिला बार ऐसोसिएसेशन के फैंथम हाल में प्रांतीय सम्मेलन आयोजित किया गया। कई जिलों के न्यायालयों से आये कर्मचारी प्रतिनिधियों ने कर्मचारीगण की समस्याओं से संघ के पदाधिकारियों को अवगत कराया।
प्रांतीय महासचिव श्री नरेंद्र विक्रम सिंह जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के समस्त न्यायिक कर्मचारियों की उत्तर प्रदेश शासन की निरंतर उपेक्षा कर रहा है। जिसमें जस्टिस के. एल. शर्मा से जस्टिस शेट्टी कमीशन की संस्तुतियों को लागू न करना भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के सभी जनपद न्यायालय स्टाफ की कमी जैसी गम्भीर समस्याओं से जूझ रहा है। कचहरी का एक बाबू अपने अपने कार्य से दस गुना ज्यादा फाइलों का बोझ सम्भाले हुए है। कई जिलों में तो आलम यह है कि एक ही बाबू दो-दो ऑफिसों का कार्यभार सम्भाले हुए है। उच्चन्यायालय द्वारा मांगे जाने वाले स्टेटमेंट, सभी फाइलों का रोजाना कम्प्यूटर पर फीडिंग का बोझ अतिरिक्त रूप से उसके ऊपर जबरन थोप दिया गया है। इसके अलावा डेटा फीडर की पोस्ट स्वीकृत नहीं की जा रही है। और प्रोमोशन को भी जानबूझकर लंबित रखा जा रहा है। तथा मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को सिर्फ चतुर्थ श्रेणी में ही सेवायोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम न्यायिक लोग है न्यायिक बात कहना हमारा अधिकार है। हमारा स्वभाव आंदोलनात्मत नहीं है पर न्याय की रक्षा हेतु हम आंदोलन के लिए अब बाध्य होगेें।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रांतीय अध्यक्ष नृपेन्द्र सिंह, प्रांतीय संरक्षक संदीप चौहान, प्रांतीय महासचिव नरेन्द्र विक्रम सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अभिषेक सिंह, उपाध्यक्ष हरिशंकर श्रीवास्तव, सैय्यद मोहम्मद ताहा, विवेक दत्त उपाध्याय, अमरेश चंद्र दुबे, जय शंकर त्रिवेदी, संजीव विश्वकर्मा, प्रतिभा तोमर, विवेक त्रिपाठी, धीरेन्द्र सिंह, अवनीश श्रीवास्तव, अनिल कुमार श्रीवास्तव, प्रिय रंजन किशोर, प्रेम नारायण, संदीप कुमार, अवधेश खरे, सुधीर कुमार श्रीवास्तव, सुधीर कुमार विश्नोई, अजय गर्ग, नीरज श्रीवास्तव, भागवत शुक्ल, देवराज सिंह, रत्न कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।