पीड़िता का दुख सुनने के बजाय अपर जिलाधिकारी ने गाली गलौज कर कार्यालय से बाहर निकाला –
जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट में अपर जिलाधिकारी पर फरियादियो द्वारा फरियाद सुनने के बजाय दबंगई पूर्वक गाली गलौज देते हुए कार्यालय से धक्का देकर बाहर भगाने का आरोप लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिलाधिकारी के कार्यालय में अपर जिला अधिकारी बच्चा लाल बैठे थे वहीं अपनी समस्याओं को लेकर के बबुरी की पीड़िता निशा शर्मा और धानापुर के सतीस कुमार पीड़ित गरीब
पहुंचे थे ।
इन गरीबों की समस्याओं को सुनने से पहले ही एडीएम साहब आग बबूला हो गए और गाली गलौज करने लगे ।ये अधिकारी यही नही रुके बल्कि पीड़ित को धक्के मार कर कार्यालय से बाहर निकलवा दिया।
इस बर्ताव से पीड़ित महिला कलेक्ट्रेट में रो रो कर घूमती रही लेकिन उसकी फरियाद कोई नही सुना।
जब लोगो ने महिला के रोने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि अब हम लोग जाए तो कहाँ जाए, बड़े आशा और विश्वास के साथ हम साहब के पास आये थे ।
एक तो मजदूरी करने के बाद अभी तक मजदूरी नहीं मिली। पैसे वालों ने पहले से ही पीड़ित किया है वही अधिकारी के पास आने पर अधिकारी समस्या सुनने से पहले ही भद्दी भद्दी गालियां दे रहे है और धक्का देकर के कार्यालय से बाहर भाग दे रहे है ।
इस स्थिति में हम जैसे गरीब व्यक्तियों की कौन सुनेगा ,पीड़िता रो रो कर कलेक्ट्रेट परिसर में इधर उधर घूमती रही।
किसी कार्यवश पहुंचे सपा के विधायक प्रभु नारायण यादव ने भी पीड़ित को देखकर बुलाया और रोने का कारण पूछा तो पीड़ित ने अपनी पूरी समस्या उनके सामने रखी। पीड़िता की बात सुनने के बाद सपा विधायक ने पीड़िता को आश्वासन देते हुए कहा कि उसका निराकरण कर दिया जाएगा । आप चिंता मत करो मैं अधिकारी से बात करता हूं।
वही सपा के सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री जी से गुहार लगने गए अपने पार्टी के सोनभद्र के सांसद को बाहर कर देते हैं जब उनकी बात नहीं सुनते तो भला अधिकारी आम लोगों की बात कैसे सुनेगे।
हालांकि एडीएम की शिकायत पहले से ही फरियादियो द्वारा लगातार की जाती रही है ।
अगर अधिकारी इस तरह का बर्ताव करेंगे तो आम लोगों के बीच में सरकार की छवि बद से बदतर हो जाएगी,इस मामले पर जब अपर जिलाधिकारी बच्चा लाल से पूछा गया तो सीधे-सीधे कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।